
जयपुर: नए साल के साथ ही राजस्थान से राज्यसभा के तीन सदस्यों—रवनीत सिंह बिट्टू, राजेंद्र गहलोत और नीरज डांगी—का कार्यकाल जून 2026 में समाप्त होने जा रहा है। इसके चलते अप्रैल–मई में राज्य में राज्यसभा के तीन नए सदस्यों के लिए चुनाव होने की संभावना है।
राज्यसभा में राजस्थान के वर्तमान दस सदस्यों में से पांच भाजपा और पांच कांग्रेस से हैं। आगामी चुनाव में विधानसभा में दलों की स्थिति के अनुसार दो सीटें भाजपा और एक कांग्रेस के खाते में जाने की संभावना है।
भाजपा के दो सदस्यों का चुनाव, बिट्टू को दोबारा भेजने का विकल्प
भाजपा के वर्तमान सदस्य रवनीत सिंह बिट्टू और राजेंद्र गहलोत का कार्यकाल पूरा होने के बाद, पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने रवनीत सिंह बिट्टू को दोबारा राज्यसभा भेजने पर विचार कर रही है। बिट्टू वर्तमान में केंद्र सरकार में रेल राज्यमंत्री हैं और मंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें राज्यसभा सदस्य रहना अनिवार्य है।
दूसरी सीट के लिए पार्टी किसी नए चेहरे को राज्यसभा भेज सकती है।
राजनीतिक संतुलन और आगामी चुनाव
राजस्थान विधानसभा में भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों की संख्या के अनुसार नए चुनाव में भी यही संतुलन बने रहने की संभावना है। कांग्रेस के वर्तमान सदस्य नीरज डांगी, रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक, प्रमोद कुमार और सोनिया गांधी हैं, जबकि भाजपा से राजेंद्र गहलोत, रवनीत सिंह बिट्टू, घनश्याम तिवाड़ी, चुन्नीलाल गरासिया और मदन राठौड़ हैं।
पिछले चुनाव का संक्षिप्त विवरण
जून 2020 में हुए राज्यसभा चुनाव में भाजपा के राजेंद्र गहलोत, केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस के नीरज डांगी सदस्य निर्वाचित हुए थे। बाद में केसी वेणुगोपाल लोकसभा चुनाव जीतने के कारण राज्यसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया। उनके स्थान पर अगस्त 2024 में रवनीत सिंह बिट्टू राज्यसभा सदस्य बने।
गहलोत, डांगी और बिट्टू का कार्यकाल 21 जून 2026 को पूरा होगा।
राजस्थान की राजनीतिक स्थिति और विधानसभा संतुलन के आधार पर आगामी राज्यसभा चुनाव में दोनों प्रमुख दलों—भाजपा और कांग्रेस—की रणनीति पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।