
अलवर: सोशल मीडिया और यूट्यूब की दीवानगी कभी-कभी खतरनाक रूप ले लेती है। अलवर के बानसूर में ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहां 10वीं क्लास का 14 वर्षीय नाबालिग छात्र कर्नाटक से अकेले राजस्थान पहुंच गया। युवक का नाम अश्विक है और वह ‘गेमिंग यूट्यूबर’ बनने का सपना देख रहा था।
अश्विक अमित जानी से मिलने के लिए अलवर आया था। अमित जानी, जो उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले हैं और राजनीति, फिल्मी दुनिया और सोशल मीडिया में सक्रिय हैं, से मिलने की चाहत में बच्चा घर से बिना किसी को बताए निकल पड़ा।
पुलिस और परिवार की सतर्कता से सुरक्षित मिला छात्र
अलवर पुलिस और अश्विक के परिवार की सतर्कता के कारण वह सुरक्षित अपने पिता के पास लौट पाया। सदर थाना पुलिस के अनुसार, मंगलवार को कर्नाटक पुलिस और परिवार वाले बच्चे की तलाश में बानसूर पहुंचे। अश्विक ने बस स्टैंड से अपने पिता को फोन करके अपनी स्थिति बताई, जिसके बाद परिवार और पुलिस ने उसे सुरक्षित ढूंढ लिया।
जांच के दौरान मोबाइल कॉल के माध्यम से पता चला कि बच्चा अलवर में है। कर्नाटक पुलिस की टीम अलवर पहुंची और सदर थाना पुलिस ने पूरा सहयोग किया। इंचार्ज अजीत बडसरा और उनकी टीम ने बच्चा खोज निकाला और उसे परिवार के हवाले किया।
सोशल मीडिया के प्रति बच्चों की बढ़ती दीवानगी पर चेतावनी
पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया और यूट्यूब के सपने देखना अच्छी बात है, लेकिन इस तरह अकेले घर से निकलना बेहद खतरनाक हो सकता है। परिवारों से अपील की गई है कि वे बच्चों पर नजर रखें और इस तरह की जोखिम भरी गतिविधियों से बचाएँ।
अमित जानी कौन हैं?
अमित जानी मेरठ के रहने वाले हैं। वे खुद को सपा (समाजवादी पार्टी) का करीबी बताते हैं और राजनीति के अलावा फिल्मी और सोशल मीडिया में भी सक्रिय हैं। हाल ही में उन्होंने उदयपुर हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ का निर्माण किया है।