
बदायूं। जम्मू-कश्मीर में तैनात भारतीय सेना के जवान अनिल गौड़ का दर्द सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में जवान ने भावुक होकर दावा किया कि वह ड्यूटी के दौरान गंभीर अवसाद से जूझ रहा है और उसकी पत्नी रेनू शर्मा तथा उसके परिजन मानसिक प्रताड़ना कर रहे हैं।
मकान कब्जे का आरोप
अनिल गौड़ ने कहा कि उनकी मां के नाम पर दर्ज उघैती के मकान में उनकी पत्नी और उसके परिजनों ने जबरन ताला तोड़कर धान व अन्य सामान निकाल लिया और मकान पर कब्जा करने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि उनकी मां ने इस संबंध में उघैती थाने में तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
जवान ने यह भी कहा कि वह कई दिनों से इंस्पेक्टर से संपर्क कर रहे हैं, पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। वीडियो में उन्होंने अपनी गंभीर मानसिक स्थिति और जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील इलाके में तैनाती के दौरान हो रहे तनाव का उल्लेख किया।
सैनिक ने की उच्च अधिकारियों से मदद की अपील
अनिल गौड़ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बदायूं एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि पिछले तीन-चार बार उनके जीवन पर जानलेवा हमले भी हो चुके हैं।
पुलिस ने विवाद को पति-पत्नी का मामला बताया
उघैती थाना प्रभारी अवधेश कुमार ने कहा कि मामला पति-पत्नी के विवाद से जुड़ा है और पिछले तीन वर्षों से यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
उन्होंने बताया कि पत्नी ने आर्मी अधिकारियों से भी शिकायत की थी, जिसके आधार पर उसे खर्चा दिलाया जा रहा है। कब्जे को लेकर कोर्ट का कोई आदेश नहीं है, इसलिए पुलिस बिना निर्देश के कोई कार्रवाई नहीं कर सकती। दोनों पक्षों के बीच सुलह-समझौते की बातचीत भी जारी है।
सोशल मीडिया में बहस तेज
जवान का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की नाराजगी और चर्चा तेज हो गई है। सेना में तैनात जवान द्वारा अपनी समस्याएं साझा करने के बाद कई लोग पुलिस कार्रवाई और परिवारिक विवाद के बीच फंसे सैनिक की मानसिक स्थिति पर सवाल उठा रहे हैं।
यह मामला न केवल सैनिक की व्यक्तिगत सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा है, बल्कि परिवारिक विवाद और कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।