Friday, November 7

कर्नाटक: गन्ना किसानों का आंदोलन गरमाया, सीएम सिद्धारमैया ने पीएम मोदी से मुलाकात का समय मांगा

बेंगलुरु: कर्नाटक में गन्ना किसानों का आंदोलन लगातार तीव्र होता जा रहा है। उत्तरी कर्नाटक के बेलगावी, बागलकोट, विजयपुरा, विजयनगर, बीदर, गड़ग, हुबली-धारवाड़ और हावेरी जिलों में किसान अपनी मांगों को लेकर सड़क पर हैं। इस गंभीर स्थिति के मद्देनज़र मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर किसानों के आंदोलन पर चर्चा के लिए तत्काल मुलाकात का समय मांगा है।

🔹 किसानों ने जताया गुस्सा

बुधवार को बेलगावी में नाराज किसानों ने राज्य मंत्री शिवानंद पाटिल की कार पर चप्पलें फेंकीं, जब वे गन्ने की कीमत बढ़ाने की मांग को लेकर किसानों से बातचीत कर रहे थे। मंत्री ने कहा कि गन्ने की कीमत तय करने का अधिकार राज्य सरकार के पास नहीं है, बल्कि यह केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है।

🔹 सीएम और चीनी मिल मालिकों की बैठक

मंत्री शिवानंद पाटिल ने बताया कि सीएम सिद्धारमैया शुक्रवार को राज्य भर के सभी चीनी मिल मालिकों से मिलेंगे और इस बैठक में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस बैठक का उद्देश्य किसानों की मांगों और मिल मालिकों की स्थिति के बीच संतुलन बनाना है।

🔹 केंद्र से अपेक्षाएँ

सिद्धारमैया ने पत्र में स्पष्ट किया कि राज्य सरकार द्वारा किसानों और मिल मालिकों दोनों के साथ लगातार वार्ता के बावजूद आंदोलन तेज हो गया है और किसानों में असंतोष बढ़ रहा है। उन्होंने केंद्र से अपेक्षा जताई है कि किसानों की समस्याओं को हल करने में प्रधानमंत्री की भूमिका निर्णायक होगी।

🔹 किसानों की चेतावनी

किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि शुक्रवार की बैठक से कोई ठोस फैसला नहीं निकलता है, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। इस आंदोलन में प्रमुख मांग गन्ने की उचित कीमत सुनिश्चित करना और किसानों के हितों की सुरक्षा है।

संक्षेप में: कर्नाटक में गन्ना किसानों का आंदोलन तीव्र होता जा रहा है। सीएम सिद्धारमैया ने पीएम मोदी से मुलाकात का समय मांगा है और राज्य में चीनी मिल मालिकों के साथ बैठक करेंगे। किसान चेतावनी दे रहे हैं कि समाधान नहीं निकला तो आंदोलन और तेज होगा।

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