
मुंबई: महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों के बीच राज्य की सबसे चर्चित योजना ‘लाडकी बहीण योजना’ को लेकर डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान दिया है। सांगली में आयोजित एक चुनावी सभा में शिंदे ने कहा कि यह योजना उन्होंने ही लागू की है और इसका श्रेय किसी और को नहीं मिल सकता।
शिंदे ने सभा में कहा, “करोड़ों लाडली बहनों का प्यारा भाई होने की पहचान ही मेरे लिए काफी है। हमने अपने ढाई साल के कार्यकाल में इतनी योजनाएं लागू की हैं, जितनी राज्य के इतिहास में कभी नहीं हुईं। जब मैं मुख्यमंत्री था, तब मैंने लाडली बहन योजना लागू की थी। अब इसे कोई रोक नहीं सकता और मैं ऐसा होने भी नहीं दूंगा।”
योजना की पृष्ठभूमि
लाडकी बहीण योजना पिछले साल शिंदे के मुख्यमंत्री रहते लागू हुई थी। इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने वित्तीय सहायता दी जाती है। महायुति सरकार ने चुनाव में वादा किया था कि राशि को बढ़ाकर 2100 रुपये किया जाएगा।
शिंदे का चुनावी संदेश
डिप्टी सीएम ने आश्वासन दिया कि जैसे लाडली बहनों ने विधानसभा चुनाव में इतिहास रचा, वैसे ही निकाय चुनावों में भी वे इतिहास रचेंगी। उन्होंने कहा कि नगर विकास विभाग के माध्यम से वीटा शहर के लिए बड़ी राशि जारी की गई है और इस राशि में कमी नहीं आने दी जाएगी।
महायुति गठबंधन में बीजेपी इस योजना का क्रेडिट खुलकर नहीं ले रही है, हालांकि सीएम देवेंद्र फडणवीस को ‘देवाभाऊ’ के रूप में पेश किया गया था। वित्त विभाग डिप्टी सीएम अजित पवार के पास होने के बावजूद, शिंदे ने स्पष्ट किया कि यह योजना उनका निजी प्रयास है।