
लखनऊ। बिहार के इकलौते बहुजन समाज पार्टी (BSP) विधायक सतीश कुमार सिंह यादव ने दिल्ली में पार्टी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से मुलाकात की। इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। तस्वीरों में सतीश यादव घुटनों के बल बैठे नजर आ रहे हैं, जबकि मायावती कुर्सी पर बैठकर मुस्कुराती दिख रही हैं।
चुनावी जीत के बाद पहला आभार
बिहार चुनाव 2025 में रामगढ़ विधानसभा सीट को बसपा उम्मीदवार ने महज 30 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। सतीश यादव ने इस जीत के बाद पहली बार मायावती को धन्यवाद दिया और कहा कि उनका विश्वास और टिकट मिलना ही उनकी जीत का मुख्य कारण रहा।
बैठक में शामिल वरिष्ठ पदाधिकारी
बैठक में बिहार से नवनिर्वाचित विधायक सतीश यादव, राज्यसभा सांसद रामजी गौतम, प्रदेश प्रभारी कुमार पटेल, बिहार प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता मायावती ने की।
मतगणना के दिन हुई हिंसा पर चर्चा
बैठक के दौरान 14 नवंबर को हुई मतगणना हिंसा पर विस्तृत चर्चा हुई। समीक्षा में सामने आया कि विरोधी दलों के असामाजिक तत्वों ने मतगणना केंद्र के बाहर उपद्रव कराया। इस दौरान बीएसपी विधायक की गाड़ी और प्रशासनिक वाहनों को नुकसान भी हुआ। पुलिस ने हालात काबू करने के लिए रात में लाठीचार्ज किया, जिसमें कई बीएसपी कार्यकर्ता घायल हुए।
बीएसपी कर्मियों पर FIR का मुद्दा
बैठक में पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शासन के दबाव में बीएसपी के लगभग 250 कार्यकर्ताओं और 1000 अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज की हैं। पार्टी का रुख है कि पहले निष्पक्ष जांच हो और जांच पूरी होने तक किसी बीएसपी कार्यकर्ता की गिरफ्तारी न की जाए।
भविष्य की रणनीति
मायावती ने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से बैठक की जानकारी साझा की और कहा कि पार्टी आने वाले समय में संगठन मजबूत करने पर विशेष जोर देगी। बिहार समेत झारखंड, महाराष्ट्र, उड़ीसा और गुजरात की संगठनात्मक स्थिति पर भी बैठक में चर्चा हुई।
निष्पक्ष जांच की मांग
बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि मतगणना दिवस की हिंसा की निष्पक्ष जांच हो और पुलिस कार्रवाई में भेदभावपूर्ण रवैया बंद किया जाए। बीएसपी नेतृत्व ने संकेत दिया कि जरूरत पड़ी तो यह मुद्दा बड़े स्तर पर उठाया जाएगा।