
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में औराई सीट से रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीत हासिल करने वाली बीजेपी विधायक रमा निषाद बुधवार को मंत्री पद की शपथ ले लीं। इस शपथ ग्रहण समारोह में बड़े नेताओं की मौजूदगी ने उनके राजनीतिक करियर को मजबूती और नई पहचान दी।
प्रचंड जीत ने खोला मंत्री बनने का रास्ता
रमा निषाद ने अपने पहले विधानसभा चुनाव में ही महागठबंधन के प्रत्याशी भोगेन्द्र सहनी को 57 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया। यह जीत इतनी शानदार थी कि वह बिहार चुनाव में शीर्ष तीन सबसे अधिक वोटों से जीतने वाली विधायकों में शामिल हो गईं। इस ऐतिहासिक जीत के बाद उन्हें नीतीश कुमार की नई सरकार में मंत्री के रूप में संभावित माना जा रहा था।
मजबूत राजनीतिक पृष्ठभूमि
रमा निषाद की राजनीतिक जड़ें बहुत मजबूत हैं। वह मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद अजय निषाद की पत्नी और पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन जय नारायण निषाद की बहू हैं। उनके परिवार का लंबे समय से बिहार की राजनीति में सक्रिय योगदान रहा है।
विरोध के बावजूद मिला टिकट
बीजेपी ने पहली बार रमा निषाद को अवसर दिया, जब निवर्तमान विधायक और पूर्व मंत्री राम सूरत राय का टिकट काटकर उन्हें मैदान में उतारा गया। इस फैसले का उस समय विरोध हुआ, लेकिन बड़े नेताओं के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ और रमा निषाद को पार्टी ने पूर्ण समर्थन दिया।
जनता और सोशल मीडिया में हुई सुर्खियां
चुनाव प्रचार के दौरान रमा निषाद सुर्खियों में रहीं। मीनापुर हाई स्कूल मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसभा के बाद उन्हें मंच पर माला पहनाई, जिसकी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई और जनता ने इसे खूब सराहा।
रमा निषाद की यह सफलता न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि बिहार में राजनीतिक विरासत और महिला सशक्तिकरण का प्रतीक भी बन गई है।