
देवरिया। यूपी के देवरिया में तैनात पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन एक बार फिर चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने फिल्मों के हिंसक और नकारात्मक किरदारों का उदाहरण देते हुए कड़े शब्दों में अपराधियों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर ‘पुष्पा’ या ‘KGF’ जैसे कथित हीरो पुलिस के सामने आ गए, तो उन्हें लाठी से पीटकर सीधा कर दिया जाएगा।
फिल्मों के नकारात्मक प्रभाव पर SP की दो टूक
मणिनाथ इंटरमीडिएट कॉलेज में आयोजित श्री मणिनाथ ब्रह्म जयंती के 56वें समारोह में संबोधित करते हुए SP सुमन ने कहा कि फिल्मों ने निगेटिव किरदारों को ‘हीरो’ बनाकर पेश किया है।
उन्होंने कहा—
“केजीएफ वाले रॉकी भाई हों या दूसरी फिल्मों के विलेन, इन्हें पॉजिटिव दिखा दिया गया है। चोर-उचक्के हीरो बनकर घूम रहे हैं। आजकल लोग ऐसे ही कैरेक्टर को पसंद करने लगे हैं, जबकि असल जिंदगी इससे बिल्कुल अलग है।”
सुमन ने कहा कि जो बच्चे पढ़ाई-लिखाई करना चाहते हैं, वे झगड़ों से दूर रहना पसंद करते हैं, लेकिन फिल्मों में ऐसे बच्चों को कमजोर दिखाया जाता है। इसके उलट, सिगरेट पीने वाले, शोर-शराबे और गुंडागर्दी करने वाले लड़कों को हीरो की तरह प्रस्तुत किया जा रहा है, जो युवाओं के मन में गलत असर छोड़ रहा है।
“सिनेमा असल जीवन नहीं, उससे बचिए”
SP सुमन ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा—
“सिनेमा केवल सिनेमा है, असल जीवन नहीं। उससे दूरी रखें। अपना जीवन खुद सुधारिए, अध्यात्म की ओर जाइए और सकारात्मकता अपनाइए।”
साधारण परिवार से IPS तक की प्रेरक यात्रा
संजीव सुमन बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले हैं। सामान्य परिवार से निकलकर उन्होंने कठिन परिस्थितियों में पढ़ाई की और UPSC में सफलता पाकर 2014 बैच के IPS अधिकारी बने।
आईआईटी रुड़की से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करने के बाद वे पुलिस सेवा में आए।
उनकी तैनाती का सफर—
- 2016: पहली पोस्टिंग एएसपी, बागपत
- 2018: एडिशनल एसपी वेस्ट, कानपुर
- 2019: पहली बार जिला पुलिस प्रमुख — एसपी बागपत
- 2020: डीएसपी पूर्व, लखनऊ
- 2021: ट्रांसफर लखीमपुर खीरी
- जनवरी 2024: तबादला अलीगढ़, जहां मॉब लिंचिंग केस में निष्पक्ष कार्रवाई के बाद चर्चा में आए
सख्त और निष्पक्ष अफसर की पहचान
अलीगढ़ में हिंदू महासभा के प्रदर्शन के दौरान उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि कानून तोड़ने वालों पर किसी भी कीमत पर कार्रवाई होगी।
उनकी छवि एक सख्त, ईमानदार और निष्पक्ष अधिकारी की है, जो किसी भी प्रकार के दबाव में आए बिना कानून-व्यवस्था को सर्वोपरि रखते हैं।