
अमेरिका टॉप पर, भारत चौथे और पाकिस्तान 12वें नंबर पर
वॉशिंगटन/जयपुर: दुनिया में बढ़ते तनाव के बीच ग्लोबल फायरपॉवर (GFP) इंडेक्स 2025 ने 145 देशों की सेनाओं की शक्ति और संसाधनों के आधार पर रैंकिंग जारी कर दी है। इसमें सैनिकों की संख्या, वित्तीय स्थिति, उपकरणों की उपलब्धता और परमाणु क्षमताओं जैसे कुल 60 मानकों का विश्लेषण किया गया।
अमेरिका सबसे शक्तिशाली सेना:
इस साल अमेरिका की सेना को दुनिया की सबसे शक्तिशाली माना गया है। अमेरिका का पावर इंडेक्स 0.0744 है, जो सभी देशों में सबसे बेहतर माना गया। अमेरिकी सेना का रक्षा बजट 873 अरब डॉलर से अधिक है, जो दुनिया में पहले स्थान पर है।
शीर्ष देशों की रैंकिंग:
- 2. रूस – पावर इंडेक्स 0.0788, विशाल परमाणु शक्ति और आधुनिक टैंकों, हेलिकॉप्टरों के साथ।
- 3. चीन – पावर इंडेक्स 0.0788, बड़ी जनशक्ति और परमाणु क्षमता के साथ।
- 4. भारत – पावर इंडेक्स 0.1184, सक्रिय एवं अर्धसैनिक कर्मियों की संख्या में दुनिया में पहले, कुल जनसंख्या एवं श्रम शक्ति में दूसरे।
- 5. दक्षिण कोरिया – पावर इंडेक्स 0.1656
- 6. ब्रिटेन – पावर इंडेक्स 0.1785
- 7. फ्रांस – पावर इंडेक्स 0.1878
- 8. जापान – पावर इंडेक्स 0.1839
- 9. तुर्की – पावर इंडेक्स 0.1902
- 10. इटली – पावर इंडेक्स 0.2164
पाकिस्तान की स्थिति:
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की सेना टॉप 10 में नहीं आ सकी। पाकिस्तान की सेना को इस रैंकिंग में 12वां स्थान मिला है। इसका पावर इंडेक्स 0.2513 है, जो भारत के मुकाबले काफी कमजोर है। पाकिस्तान अपने लड़ाकू विमानों, टैंकों, फ्रिगेट, पनडुब्बियों और मल्टी-रॉकेट प्रोजेक्टर के लिए जानी जाती है।
विशेष:
भारत की सेना की ताकत न केवल उपकरणों में बल्कि प्रशिक्षण, मानव संसाधन और सैन्य आयु तक पहुंचने वाली जनशक्ति में भी वैश्विक स्तर पर उच्च मानी जाती है।