
सतना (मध्य प्रदेश): रीवा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) गौरव राजपूत ने नशे के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि विंध्य क्षेत्र में कोरेक्स (नशीली कफ सिरप) की बिक्री किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आईजी ने स्पष्ट किया कि वे ड्रग माफिया की कमर तोड़ने तक नहीं रुकेंगे।
‘ऑपरेशन प्रहार 2.0’ की समीक्षा
- आईजी गौरव राजपूत ने जिले भर के सभी थाना प्रभारियों से उनके क्षेत्रों में ऑपरेशन प्रहार 2.0 के तहत की गई कार्रवाइयों का विवरण लिया।
- उन्होंने नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने पर जोर दिया।
- सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में नशे की बिक्री और तस्करी को पूरी तरह रोकें।
एसपी ने दी कार्रवाई की जानकारी
- सतना के पुलिस अधीक्षक हंसराज सिंह ने बताया कि अब तक कई छोटे-बड़े सप्लायर्स पर कार्रवाई की जा चुकी है।
- एसपी ने आईजी को आश्वस्त किया कि जिले से नशे का नेटवर्क पूरी तरह समाप्त किया जाएगा।
कौन हैं IG गौरव राजपूत
- गौरव सिंह राजपूत, 2004 बैच के आईपीएस अधिकारी, विदिशा जिले के निवासी।
- मात्र 41 वर्ष की आयु में प्रदेश के दूसरे सबसे कम उम्र के आईजी बने।
- विभिन्न जिलों में पुलिस अधीक्षक और डीआईजी के पद पर काम किया।
- हाल ही में वे भोपाल में डीआईजी सेनानी 25वीं वाहिनी विसबल के पद पर कार्यरत थे।
आईजी का संदेश माफियाओं के लिए
- गौरव राजपूत ने कहा:
“हमारा उद्देश्य जीरो टॉलरेंस है। विंध्य की पावन धरा में कोई भी कोरेक्स नहीं बिकने देंगे। माफियाओं को भी सफल नहीं होने देंगे, उनकी कमर तोड़कर रख देंगे।”
कोलगवां थाने का औचक निरीक्षण
- बैठक के बाद आईजी ने कोलगवां थाने का निरीक्षण किया।
- थाने के रिकॉर्ड और रजिस्टरों की जांच की और कार्यप्रणाली की समीक्षा की।
- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवेश सिंह बघेल, प्रेमलाल कुर्वे और सीएसपी देवेंद्र प्रताप सिंह सहित सभी राजपत्रित अधिकारी मौजूद रहे।
निष्कर्ष: IG गौरव राजपूत ने सतना और विंध्य क्षेत्र में नशे के खिलाफ सख्त रुख दिखाते हुए यह साफ कर दिया कि कोरेक्स और नशा माफिया के लिए अब कोई रियायत नहीं है। उनकी कड़ी कार्रवाई का संदेश स्पष्ट है: अपराधियों की कमर टूटेगी और कानून की शक्ति को चुनौती नहीं दी जा सकती।