
सहरसा से इंडियन इंक्लूसिव पार्टी (IIP) के एकमात्र विधायक और राष्ट्रीय अध्यक्ष आईपी गुप्ता इन दिनों सियासी गलियारों से लेकर सोशल मीडिया तक चर्चा के केंद्र में हैं। हाल ही में अपनी साली के साथ बनाए गए एक रील वीडियो के वायरल होने के बाद सुर्खियों में आए गुप्ता अब अपने राजनीतिक भविष्य और राष्ट्रीय विस्तार की रणनीति को लेकर खुलकर सामने आए हैं।
वायरल वीडियो और ‘परसेप्शन’ की राजनीति
वायरल रील पर उठे सवालों और आलोचनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक आईपी गुप्ता ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में होने का मतलब यह नहीं कि व्यक्ति की निजी जिंदगी समाप्त हो जाती है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उन्हें अपनी साली के साथ वीडियो बनाने में कोई आपत्ति नहीं दिखती।
मजाकिया लहजे में उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस वीडियो ने उन्हें एक संभावित “कैंडिडेट” भी दे दिया है, जो बिहार ही नहीं, देश के किसी भी हिस्से से चुनाव लड़ सकती हैं।
परिवारवाद के आरोपों को खारिज करते हुए गुप्ता ने कहा कि आज की राजनीति ‘परसेप्शन’ की लड़ाई है और जो दिखाई देता है, वही बिकता है।
संगठन में बड़ा बदलाव, सभी कमेटियां भंग
आईपी गुप्ता ने अपनी पार्टी इंडियन इंक्लूसिव पार्टी और अखिल भारतीय पान महासंघ की सभी राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय कमेटियों को भंग करने का ऐलान किया है। उनके अनुसार, चुनाव के बाद बड़ी संख्या में नए लोग पार्टी से जुड़ना चाहते हैं, ऐसे में संगठन का पुनर्गठन ज़रूरी हो गया है।
उन्होंने बताया कि पार्टी का उद्देश्य अब सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि देशभर में फैले पान, तांती, तत्वा, कोली और कोरी समाज को एक राजनीतिक मंच पर लाना है।
चार्टर प्लेन से देशव्यापी दौरा
अपने विस्तार अभियान को गति देने के लिए आईपी गुप्ता जल्द ही चार्टर प्लेन के ज़रिए विभिन्न राज्यों का दौरा करेंगे।
उन्होंने घोषणा की कि वर्ष 2026 में उत्तर प्रदेश के स्थानीय निकाय चुनावों में उनकी पार्टी उम्मीदवार उतारेगी। वहीं, 18 जनवरी 2026 को महाराष्ट्र में कोली समाज के साथ पहली बड़ी बैठक प्रस्तावित है।
इसके बाद पटना, गुजरात या असम में एक विशाल राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने की योजना है।
दिल्ली की सत्ता पर सीधी नजर
आईपी गुप्ता का दावा है कि देशभर में उनके समाज की उपजातियों की आबादी 18 से 20 करोड़ के बीच है। उन्होंने असम के कालीता और महाराष्ट्र के कोली समाज के ऐतिहासिक योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब यह समाज अपनी राजनीतिक ताकत पहचाने।
उन्होंने साफ संकेत दिए कि उनकी पार्टी की नजर अब सीधे संसद और दिल्ली की सत्ता पर है।
आईपी गुप्ता के शब्दों में, “अब हमारा समाज सिर्फ वोट बैंक नहीं, बल्कि कानून बनाने वाली जगहों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराएगा।”