
इस्लामाबाद/रहीम यार खान: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रहीम यार खान में यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से एक बंद कमरे में अहम बैठक की। यह मुलाकात यमन में UAE से भेजे गए हथियारों की खेप पर सऊदी अरब के हवाई हमलों के बाद हुई है। बैठक के दौरान माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पेशकश की।
विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान इस पहल के जरिए खाड़ी क्षेत्र में अपनी सांस्कृतिक और राजनीतिक अहमियत को साबित करना चाहता है। बैठक में द्विपक्षीय रणनीतिक सहयोग, क्षेत्रीय सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा और लाल सागर एवं खाड़ी क्षेत्र में समुद्री मार्गों पर संभावित खतरे पर विस्तार से चर्चा हुई।
डिप्लोमैटिक पहल की संवेदनशीलता:
सूत्रों के अनुसार, UAE ने पाकिस्तान की पहल को सकारात्मक माना, लेकिन किसी भी मध्यस्थता के लिए खाड़ी देशों की आम सहमति जरूरी होगी। आने वाले दिनों में इस्लामाबाद और अबू धाबी के बीच सुरक्षित डिप्लोमैटिक चैनलों के जरिए उच्च-स्तरीय बातचीत की उम्मीद है।
भरोसेमंद साझेदार के तौर पर उभरना पाकिस्तान की रणनीति:
सीएनएन-न्यूज़18 को मिली जानकारी के अनुसार, यह पहल पाकिस्तान की खाड़ी में प्रभाव बनाए रखने और खुद को भरोसेमंद साझेदार के रूप में पेश करने की रणनीति का हिस्सा है। पाकिस्तान इस माध्यम से खाड़ी के देशों को विश्वसनीयता का भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहा है।