
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज जमशेदपुर के करनडीह स्थित जाहेर थान का दौरा किया। उनके आगमन को लेकर माहौल पूरी तरह उत्साहपूर्ण नजर आया। सोनारी एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अभिनंदन किया।
राष्ट्रपति ने कार्यक्रम में संथाली भाषा की ओलचिकी लिपि के शताब्दी वर्ष समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने ओलचिकी लिपि के संरक्षण, संवर्द्धन और प्रचार-प्रसार में योगदान देने वाले 12 व्यक्तियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में राज्यपाल संतोष गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहे। समारोह में देशभर से करीब 800 प्रतिनिधि शामिल हुए।
सुरक्षा और तैयारी
राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई। जिला प्रशासन, पुलिस बल और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड पर रहीं। कार्यक्रम स्थल और आसपास के क्षेत्रों में बैरिकेडिंग की गई, और आने-जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की सघन जांच की गई।
सांस्कृतिक उत्सव और स्थानीय सहभागिता
स्थानीय आदिवासी समाज और विभिन्न संगठनों के लोग पारंपरिक वेशभूषा में राष्ट्रपति के स्वागत के लिए पहुंचे। जाहेर थान परिसर को विशेष रूप से सजाया गया और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारियां पूरी की गईं। पूरे इलाके में उत्सव का माहौल बना रहा, जिसने राष्ट्रपति के आगमन को और भी खास बना दिया।