
जयपुर: महलों की शाही परंपरा और खेल के मैदान में तिरंगा लहराने वाले युवा पद्मनाभ सिंह को इस साल अर्जुन पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया जाएगा। 26 वर्षीय पद्मनाभ सिंह न केवल पूर्व जयपुर राजघराने के सदस्य हैं, बल्कि भारतीय पोलो टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। उनकी मां राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी हैं।
पोलो में बेहतरीन प्रदर्शन के चलते पद्मनाभ सिंह को 2018 में फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया की सूची में शामिल किया गया। अमेरिकी ग्लोबल ब्रांड यूएस पोलो ने उन्हें अपना ग्लोबल ब्रांड एंबेसडर भी बनाया है। उन्होंने इंग्लैंड और न्यूयॉर्क में शिक्षा प्राप्त की और वहीं से पोलो खेल में अपने कौशल को और निखारा।
जयपुर राजपरिवार के सदस्य पद्मनाभ सिंह का जन्म 2 जुलाई 1998 को हुआ। पूर्व महाराजा भवानी सिंह के निधन के बाद केवल 12 साल की उम्र में उन्हें उत्तराधिकारी घोषित किया गया। 2021 में उन्हें औपचारिक रूप से जयपुर के शासक के रूप में ताज पहनाया गया।
पोलो में अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए उन्होंने भारतीय टीम को इंग्लैंड, अर्जेटीना और अमेरिका में आयोजित अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में नई पहचान दिलाई। उनके नेतृत्व में राजस्थान के खिलाड़ियों को भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल का अवसर मिला है।
पद्मनाभ सिंह का खेल और परंपरा का मेल युवाओं के लिए प्रेरणा बन रहा है। अर्जुन पुरस्कार मिलने के बाद वे भारतीय खेल और पोलो में और अधिक योगदान देंगे।