
दतिया: दतिया कलेक्ट्रेट ऑफिस में पटवारियों के झुंड ने जब प्रशासन पर दबाव डालने की कोशिश की, तो कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े ने सख्त रवैया अपनाया और साफ कर दिया कि वे किसी भी हाल में झुकने वाले नहीं हैं। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा, “आप झुंड बनाकर दबाव डालोगे तो मैं झुकूंगा नहीं। माई और भगवान मेरे साथ हैं।”
पटवारियों की भीड़ 15 दिनों में दूसरी बार आई थी, जिसमें उन्होंने पीएम किसान योजना और खाद वितरण को लेकर कलेक्टर से मिलने की कोशिश की। कलेक्टर ने कहा कि किसी मुद्दे पर बात करने के लिए तीन-चार प्रतिनिधि पर्याप्त थे। बार-बार झुंड बनाकर आना न केवल गलत है, बल्कि यह प्रशासन पर जानबूझकर दबाव बनाने की कोशिश है।
जनता के लिए काम, दबाव के लिए नहीं
कलेक्टर ने पटवारियों को चेतावनी दी कि प्रशासन पर नेताओं के सहारे दबाव बनाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “मैं पैसों के लिए काम नहीं करता। हम सब जनता के लिए काम करते हैं। जनता का दुख देखेंगे तो गुस्सा आएगा और कार्रवाई भी होगी।” कलेक्टर ने भावुक लहजे में यह भी बताया कि रोजाना उनके पास ऐसे लोग आते हैं जिनकी मां, बहन या बेटा नहीं रहा, या जिनकी वृद्धा पेंशन आधार की वजह से नहीं मिल पाई।
पटवारियों का तर्क
पटवारियों का कहना था कि इंदरगढ़ में एक पटवारी को सस्पेंड किया गया था, और उसके मेडिकल डॉक्यूमेंट को लेकर विवाद हुआ। कलेक्टर ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है और इसे बैठकर बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लेकिन कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि यह उनके आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर नहीं था और इसे जानबूझकर वायरल करने का प्रयास नहीं किया गया।