
चीन ने तकनीक के क्षेत्र में एक बार फिर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एक हाइड्रोजन पावर से चलने वाले ड्रोन ने लगातार चार घंटे तक उड़ान भरकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया। इस ड्रोन का नाम ‘Tianmushan-1’ है और इसने 188 किलोमीटर से अधिक दूरी तय की।
ड्रोन की खासियत:
Tianmushan-1 ड्रोन को बेइहांग यूनिवर्सिटी के तियानमुशान लेबोरेटरी ने विकसित किया है। इसका वजन केवल 19 किलो है और यह 6 किलो तक सामान ले जा सकता है। सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह हाइड्रोजन फ्यूल सेल से चलता है। बैटरी वाले ड्रोन अक्सर थोड़ी ही दूरी तय कर पाते हैं, जबकि हाइड्रोजन ड्रोन उड़ान के दौरान ही ऊर्जा उत्पन्न करता है। यह ड्रोन बेहद कठोर मौसम में भी उड़ान भर सकता है—माइनस 40 डिग्री से लेकर प्लस 50 डिग्री तक।
रिकॉर्ड उड़ान का सचित्र विवरण:
हांगझोउ में आयोजित उड़ान में यह ड्रोन बिना रुके 4 घंटे से अधिक समय तक आसमान में रहा। इस दौरान इसे रियल टाइम निगरानी के तहत ट्रैक किया गया और सभी डेटा को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के मानकों के अनुसार जांचा गया। इसका इंजन पूरी उड़ान में स्थिर रहा और हैंडलिंग बेहतरीन थी। यह रिकॉर्ड हाइड्रोजन से चलने वाले मल्टीरोटर ड्रोन की अब तक की सबसे लंबी उड़ान है।
ड्रोन का भविष्य और उपयोग:
Tianmushan-1 केवल रिकॉर्ड बनाने के लिए नहीं है, बल्कि यह वास्तविक जीवन में कई कार्य कर सकता है। पर्यावरण के अनुकूल होने के कारण यह ड्रोन जंगलों और प्राकृतिक इलाकों की सुरक्षा, ट्रैफिक मॉनिटरिंग, पाइपलाइन निरीक्षण, दूरदराज के इलाकों में सामान पहुंचाना और आपातकालीन मदद जैसे कार्यों में उपयोगी साबित हो सकता है। लंबी उड़ान क्षमता के कारण यह बड़े क्षेत्रों को आसानी से कवर कर सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह उपलब्धि दिखाती है कि हाइड्रोजन ड्रोन अब सिर्फ प्रयोग नहीं, बल्कि वास्तविक दुनिया में काम करने के लिए तैयार हैं। भविष्य में ऐसे ड्रोन शहरों में ट्रैफिक निगरानी, आपदा प्रबंधन और डिलीवरी कार्यों में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
चीन के हाइड्रोजन ड्रोन ने तकनीक और उड़ान क्षमता के क्षेत्र में भविष्य की एक झलक दिखा दी है।