
जिले के डुमरा प्रखंड के मिडिल स्कूल, पोखर टोल, बरियारपुर में महिला शिक्षकों के बीच उत्पन्न विवाद ने स्कूल और समाज में हलचल मचा दी। प्रधान शिक्षिका अहाना गुप्ता और शिक्षक पुनीता कुमारी के बीच अवैध संबंध, मारपीट और स्कूल के वातावरण को बिगाड़ने जैसे आरोपों के चलते जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने दोनों शिक्षिकाओं को निलंबित कर दिया है।
वीडियो वायरल होने से बढ़ी गंभीरता
मामला 13 दिसंबर 2025 का है। स्कूल परिसर में हुए विवाद का वीडियो रिकॉर्ड कर प्रधान शिक्षिका ने वायरल करने का प्रयास किया। DEO ने 15 दिसंबर को प्रधान शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा, लेकिन उनका जवाब भ्रामक पाया गया। वीडियो में विद्यालय का वातावरण दूषित होने के साथ ही विभाग की छवि भी धूमिल हुई, जिसके चलते तत्काल कार्रवाई की गई।
DEO ने दोनों शिक्षिकाओं को सिखाया सबक
जांच में यह पाया गया कि पुनीता कुमारी ने प्रधान गुप्ता के साथ उग्र लड़ाई की, जिसमें प्रधान शिक्षिका घायल हुईं। इसके अलावा, शिक्षक कुमारी पर असहयोगात्मक व्यवहार, अमर्यादित भाषा का प्रयोग, अन्य शिक्षकों को पठन-पाठन से रोकना और विद्यालय का माहौल खराब करना आदि आरोप सिद्ध हुए। DEO ने उक्त सभी आरोपों के आधार पर शिक्षिकाओं को निलंबित कर उनके मुख्यालय को डुमरा बीईओ कार्यालय में निर्धारित किया।
स्थानीय प्रतिक्रिया और आरोपों का विरोध
बरियारपुर गांव के लोग मानते हैं कि दोनों शिक्षिकाएं दोषी हैं। वहीं प्रधान शिक्षिका ने अपने ऊपर लगाए गए अवैध संबंध के आरोपों को पूरी तरह गलत बताया है। उन्होंने कहा कि वह पूर्वी चंपारण की रहने वाली हैं और प्रधान बनने के बाद भी उन्हें पूरा प्रभार और वित्तीय अधिकार नहीं मिला। साथ ही कुछ शिक्षिकाओं के पतियों द्वारा स्कूल में धमकी देने के मामले का भी उन्होंने जिक्र किया।
बच्चों की पढ़ाई प्रभावित
इस विवाद के चलते बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ा और स्कूल का माहौल गंभीर रूप से प्रभावित हुआ। DEO का यह कदम स्पष्ट संदेश देता है कि स्कूल में अनुशासन और पढ़ाई पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा और किसी भी प्रकार के अनुचित व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।