
नई दिल्ली। फल स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी माने जाते हैं, क्योंकि इनमें भरपूर मात्रा में विटामिन, मिनरल और फाइबर पाए जाते हैं। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि फलों का लाभ तभी मिलता है, जब उन्हें सही समय और सही समस्या के अनुसार खाया जाए। बिना सोचे-समझे, मनमर्जी से फल खाना हमेशा फायदेमंद नहीं होता।
वसंत कुंज स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट एवं हेपेटोलॉजिस्ट डॉ. शुभम वत्स के अनुसार, हर फल की अपनी अलग खासियत होती है और वह अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं में लाभ पहुंचाता है। सही फल का चुनाव कर आप कई बीमारियों से बचाव कर सकते हैं।
कब्ज की समस्या में
डॉ. शुभम बताते हैं कि कब्ज से परेशान लोगों के लिए पपीता और कीवी बेहद फायदेमंद हैं। इनमें मौजूद प्राकृतिक एंजाइम गट मोटिलिटी को बेहतर बनाते हैं और मल को प्राकृतिक रूप से मुलायम करने में मदद करते हैं। नियमित सेवन से कब्ज की समस्या में राहत मिल सकती है।
मुंहासे और ऑयली स्किन में
अगर आप मुंहासे या ऑयली स्किन से परेशान हैं, तो पपीता और बेरीज को अपनी डाइट में शामिल करें। ये विटामिन-A और विटामिन-C से भरपूर होते हैं, जो शरीर की सूजन को कम करने और त्वचा की मरम्मत में सहायक हैं।
थकान और ऊर्जा की कमी में
लगातार थकान या एनर्जी की कमी महसूस होने पर केला सबसे बेहतर विकल्प है। इसे भोजन से पहले या बाद में स्नैक के रूप में लिया जा सकता है। डॉ. शुभम के मुताबिक, केले में पोटैशियम और ग्लूकोज भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर में
उच्च रक्तचाप के मरीजों को फलों का चयन मौसम के अनुसार करना चाहिए। गर्मियों में तरबूज और सर्दियों में संतरा फायदेमंद होता है। इन दोनों फलों में पोटैशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो सोडियम के असर को संतुलित कर रक्त वाहिकाओं को रिलैक्स करता है।
सबसे जरूरी सलाह
डॉ. शुभम वत्स साबुत फल खाने पर विशेष जोर देते हैं। उनका कहना है कि फलों का जूस बनाकर या बाजार में मिलने वाला पैक्ड जूस पीने से बचें, क्योंकि इसमें फाइबर कम हो जाता है। सही योजना और समझदारी से फलों का सेवन करने से छोटे बदलाव भी बड़े स्वास्थ्य लाभ दे सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। किसी भी बीमारी या उपचार के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।