
कोलकाता (विश्वनाथ सुमन): राजनीति में अनुभव और उम्र का मिश्रण मायने रखता है, लेकिन युवा नेतृत्व को लेकर चर्चा अलग ही रहती है। 45 साल के नितिन नबीन को बीजेपी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है, जो पार्टी के सबसे युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष माने जा रहे हैं। उनका मुकाबला 83 साल के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य अनुभवी नेताओं से होगा।
बीजेपी में नया चमकदार चेहरा
नितिन नबीन बिहार के पांच बार के विधायक और वर्तमान मंत्री हैं। उनके नाम को कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर बीजेपी ने बिहार में युवा और दमदार नेतृत्व को मजबूत करने की कोशिश की है। साथ ही सम्राट चौधरी को गृह मंत्री और डिप्टी सीएम बनाकर नेतृत्व का संतुलन साधा गया है।
राष्ट्रीय नेताओं की उम्र का अंतर
कांग्रेस और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्षों की उम्र में 38 साल का फर्क है। नितिन नबीन 45 साल के हैं, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 83 साल के हैं। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव 77 साल के हैं, लेकिन तेजस्वी यादव केवल 36 साल के हैं। जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष 74 साल के हैं।
मुख्य मुकाबले
नितिन नबीन का पहला सीधा मुकाबला पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी (70 वर्ष) से होगा। उनके संगठन में अभिषेक बनर्जी (38 वर्ष) भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। तमिलनाडु में एक्टर विजय (48 वर्ष) से भी नितिन नबीन की टक्कर तय मानी जा रही है।
अन्य प्रमुख राष्ट्रीय अध्यक्षों की उम्र
- समाजवादी पार्टी: अखिलेश यादव – 52 वर्ष
- बीएसपी: मायावती – 69 वर्ष
- आम आदमी पार्टी: अरविंद केजरीवाल – 57 वर्ष
- डीएमके, सीपीआई, सीपीएम, तेलगूदेशम, एआईएडीएमके: 70 साल से अधिक
विश्लेषकों का कहना है कि नितिन नबीन को अगले साल मार्च-अप्रैल में होने वाले विधानसभा चुनावों में अपनी रणनीति और संगठन कौशल साबित करने का मौका मिलेगा। अगर वह बंगाल में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो बीजेपी में उनकी पकड़ और मजबूत हो जाएगी।