
नई दिल्ली: हाल की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में अभी भी 1% अमीरों के पास देश की कुल संपत्ति का 40% हिस्सा है। लेकिन पिछले 10 साल में कुछ खास चीजों के मामले में अमीर और गरीब के बीच की खाई तेजी से कम हुई है।
वाहन और मोबाइल:
लगभग 10 साल पहले, ग्रामीण गरीब परिवारों में से केवल दस में से एक के पास बाइक या कार थी। अब लगभग आधे परिवारों के पास ये वाहन हैं। शहरों में यह आंकड़ा और भी ज्यादा है। टॉप 20% और बॉटम 40% परिवारों के वाहन होने की दर से साफ पता चलता है कि अमीर और गरीब के बीच अंतर कम हो रहा है।
मोबाइल फोन के मामले में तो स्थिति और भी बेहतर है। लगभग हर ग्रामीण और शहरी परिवार के पास मोबाइल है। कई राज्यों में यह संख्या 95 से 98% तक पहुंच गई है।
फ्रिज और टीवी:
पहले लग्जरी माने जाने वाले फ्रिज अब गरीब परिवारों के लिए जरूरी आइटम बन गए हैं। हालांकि झारखंड, बिहार, ओडिशा, मध्य प्रदेश, असम और छत्तीसगढ़ में 10 परिवारों में से एक से भी कम के पास फ्रिज है। टीवी की संख्या भी 40% गरीब परिवारों में तेजी से बढ़ी है, लेकिन शहरों में कुछ जगह बिक्री में गिरावट देखी गई।
निष्कर्ष:
पिछले एक दशक में तकनीक और घरेलू उपकरणों की पहुँच ने गरीबों की जीवनशैली में महत्वपूर्ण सुधार किया है। वाहन, मोबाइल, फ्रिज और टीवी जैसी सुविधाओं के बढ़ते इस्तेमाल से स्पष्ट है कि अमीर और गरीब के बीच का अंतर धीरे-धीरे घट रहा है, खासकर शहरों में।