
नई दिल्ली: म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए खुशखबरी है। निप्पॉन इंडिया लार्ज कैप फंड ने एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 50,000 करोड़ रुपये के पार कर लिया है। इस उपलब्धि के साथ यह फंड आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लार्ज कैप फंड और एसबीआई लार्ज कैप फंड जैसी प्रमुख लार्ज कैप योजनाओं की सूची में शामिल हो गया है।
लार्ज कैप फंड क्यों खास?
लार्ज कैप म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए एक सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प माने जाते हैं। ये फंड मजबूत व्यावसायिक मॉडल वाली ब्लू चिप कंपनियों में निवेश करते हैं और इसलिए आर्थिक मंदी या बाजार के उतार-चढ़ाव के समय भी स्थिर रहते हैं। भारत के बाजार पूंजीकरण में लार्ज कैप कंपनियों का योगदान 65% से अधिक है, बीएसई 500 के रेवेन्यू में 60% और मुनाफे में लगभग 65% है।
शानदार प्रदर्शन
निप्पॉन इंडिया लार्ज कैप फंड ने पिछले 3 और 5 वर्षों में क्रमशः 18.46% और 22.43% का रिटर्न दिया है। वहीं, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लार्ज कैप फंड और इन्वेस्को इंडिया लार्ज कैप ने इसी अवधि में क्रमशः 17.46% और 16.68% का रिटर्न दिया। निप्पॉन फंड इंडेक्सिंग के बजाय निवेश के सिद्धांतों का पालन करता है और बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास करता है।
म्यूचुअल फंड निवेश की रीढ़
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, लार्ज कैप फंड म्यूचुअल फंड निवेश की रीढ़ हैं। ये लंबी अवधि में स्थिर और निरंतर रिटर्न प्रदान करते हैं और निवेशकों को संभावित नियमित लाभांश भी देते हैं। बड़ी पूंजी वाली कंपनियों में निवेश के कारण इनमें उच्च तरलता और अंतर्निहित विविधीकरण भी होता है, जिससे किसी एक कंपनी या क्षेत्र के खराब प्रदर्शन का प्रभाव कम होता है।
लार्ज कैप फंड क्या है?
लार्ज कैप फंड में निवेशक भारत की शीर्ष 100 सबसे बड़ी कंपनियों में निवेश करते हैं। ये फंड स्थिर, प्रतिष्ठित और वित्तीय रूप से मजबूत कंपनियों के शेयर खरीदते हैं। मिड-कैप या स्मॉल-कैप फंड्स की तुलना में इनका जोखिम कम होता है और लंबी अवधि में स्थिर रिटर्न मिलने की संभावना अधिक होती है। यही कारण है कि लार्ज कैप फंड उन निवेशकों के लिए आदर्श हैं जो जोखिम कम उठाना चाहते हैं।