
नई दिल्ली: सफेद मूसली, आयुर्वेद की जानी-मानी जड़ी-बूटी, पुरुषों की यौन कमजोरी, वजन बढ़ाने और इम्यूनिटी मजबूत करने में बेहद प्रभावी मानी जाती है। आयुर्वेद में इसे रसायन और बृंहण औषधि कहा जाता है, यानी यह शरीर को ताकत और मजबूती देने वाली प्राकृतिक जड़ी-बूटी है।
पुरुषों की यौन क्षमता बढ़ाने में सहायक
डॉक्टर प्रतीक अग्रवाल के अनुसार, सफेद मूसली इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, शीघ्रपतन और स्वप्नदोष जैसी समस्याओं में बेहद लाभकारी है। यह शरीर में टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ाकर क्षमता सुधारती है और कमजोरी व थकान को दूर करती है। साथ ही, यह शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में भी मदद करती है।
वजन और मसल्स बढ़ाने में मददगार
सफेद मूसली दुबले-पतले या कमजोर व्यक्तियों के लिए आदर्श है। यह मसल्स मजबूत बनाती है, वजन बढ़ाने में मदद करती है और शरीर को ऊर्जा और ताकत प्रदान करती है। साथ ही, यह इम्यूनिटी बढ़ाकर बार-बार सर्दी-जुकाम और बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ाती है।
महिलाओं के स्वास्थ्य में भी लाभ
सफेद मूसली यूरिन संबंधी समस्याओं, पेशाब में जलन और महिलाओं में ल्यूकोरिया जैसी परेशानियों में राहत देने में सहायक है। यह शरीर की सामान्य कार्यक्षमता सुधारने में भी मदद करती है।
कैसे करें सेवन
सफेद मूसली का बारीक चूर्ण बनाकर दिन में दो बार सेवन करना फायदेमंद है। सुबह नाश्ते के बाद 3–5 ग्राम और रात के खाने के बाद 3–5 ग्राम चूर्ण गुनगुने दूध के साथ लें। इससे शरीर इसे आसानी से पचा लेता है और अधिक लाभ मिलता है।
किसे नहीं लेना चाहिए
सफेद मूसली भारी (गुरु) होती है। जिनका पाचन कमजोर है, जिन्हें सर्दी-खांसी या दमा की समस्या है, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं इसे बिना डॉक्टर की सलाह के न लें।
सफेद मूसली आयुर्वेदिक दृष्टि से एक शक्तिशाली औषधि है, जो सही तरीके से लेने पर पुरुषों और महिलाओं दोनों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित हो सकती है।
(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।)