
इंदौर/मुनेश्वर कुमार: राजा रघुवंशी हत्या कांड की सुनवाई में मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी का ठंडा चेहरा फिर से सामने आया। राजा के बड़े भाई विपिन रघुवंशी की पेशी के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुई सोनम को विपिन ने तुरंत पहचान लिया। विपिन ने बताया कि सोनम के चेहरे पर कोई डर या पछतावा नहीं दिखाई दिया, जबकि उसने भाई की जिंदगी छीन ली।
वीसी के जरिए सभी आरोपी पेश
शिलॉन्ग कोर्ट में बुधवार और गुरुवार दोनों दिन विपिन के बयान दर्ज किए गए। बुधवार को भी सोनम और सह-आरोपी राज कुशवाह सहित चारों आरोपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट में पेश हुए थे। गुरुवार को विपिन से क्रॉस-एग्ज़ामिनेशन हुआ और शुक्रवार को फिर उन्हें पेश होने के लिए बुलाया गया है।
मामला हनीमून के दौरान शुरू हुआ
राजा और सोनम की शादी के कुछ दिन बाद ही यह मामला शुरू हुआ। 21 मई को गुवाहाटी से शिलॉन्ग पहुंचे दोनों ने होटल में ठहरकर पर्यटन किया। इस दौरान इंदौर निवासी विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी भी पास के होटल में रुके हुए थे और सोनम-राजा का पीछा कर रहे थे। 22 मई को राजा ने स्कूटी चलाकर सोहरा की ओर रवाना हुए।
2 जून को मिली राजा की लाश
परिवार से संपर्क टूटने के बाद मामले ने मीडिया में सुर्खियां बनाई। मेघालय पुलिस ने खोजबीन कर 2 जून को राजा की लाश बरामद की। शव की पहचान विपिन ने की। वहीं, सोनम की संदिग्ध उपस्थिति का पता होटल सीसीटीवी और खून से सनी जैकेट से चला।
चालान में गंभीर आरोप
6 सितंबर को मेघालय पुलिस की एसआईटी ने 97 दिन की जांच के बाद 790 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। इसमें सोनम पर आरोप है कि उसने प्रेमी राज कुशवाह और अन्य साथियों के साथ मिलकर पति की हत्या करवाई। पुलिस के मुताबिक 23 मई को राजा की धारदार हथियार से हत्या की गई और शव को खाई में फेंका गया।
सोनम समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या के आरोप हैं, जबकि तीन अन्य प्रॉपर्टी डीलर शिलोम जेम्स, लोकेंद्र तोमर और सुरक्षा गार्ड बलबीर सिंह पर सबूत मिटाने के आरोप हैं। ये तीनों फिलहाल जमानत पर हैं, लेकिन सोनम की जमानत याचिका खारिज कर दी गई है।