Friday, November 21

बिहार कैबिनेट 2025: मुंगेर मंडल की चमकी किस्मत, मिथिलांचल और मगध में असंतोष नीतीश कुमार ने पांच मंत्री बनाकर दिखाया नया राजनीतिक संतुलन

पटना। बिहार में नीतीश कुमार की नई एनडीए सरकार के गठन के बाद मंत्रियों के जिलेवार प्रतिनिधित्व ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। इस बार मिथिलांचल का प्रभाव घटा और मुंगेर मंडल का वर्चस्व बढ़ा। नीतीश कुमार ने मुंगेर मंडल से कुल 5 मंत्री बनाकर सबको चौंका दिया।

मुंगेर मंडल की मजबूत स्थिति: दो डिप्टी CM और तीन मंत्री

नई कैबिनेट में सबसे मजबूत स्थिति मुंगेर मंडल की दिखती है। इस क्षेत्र से दोनों उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (तारापुर) और विजय कुमार सिन्हा (लखीसराय) हैं। इसके अलावा

  • सुरेंद्र मेहता (बछवाड़ा),
  • संजय कुमार (बखरी, LJP-RV),
  • श्रेयसी सिंह (जमुई सदर)

इन सभी को मंत्री पद मिला। मुंगेर मंडल में 6 जिले शामिल हैं—मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, जमुई, खगड़िया और बेगूसराय। यहाँ बीजेपी के टिकट पर 4 और एलजेपी (रामविलास) से 1 मंत्री बने हैं।

जातीय समीकरण भी ध्यान में रखा गया—कुशवाहा, भूमिहार, राजपूत, धनुक और पासवान समुदायों का प्रतिनिधित्व मिला। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मुंगेर मंडल में मुस्लिम और यादव वोटों का बोलबाला रहा, लेकिन इस बार एनडीए के पक्ष में वोटिंग हुई।

कोसी क्षेत्र में विजेंद्र प्रसाद यादव का जलवा कायम

सुपौल के दिग्गज नेता विजेंद्र प्रसाद यादव लगातार पाँचवीं बार मंत्री बने। 1990 से लगातार जीतते आए यादव ने ऊर्जा, वित्त, पंजीकरण और उपभोक्ता संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विभागों में काम किया। इस बार उन्होंने 30 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की।

मिथिलांचल का दबदबा घटा, दरभंगा-मधुबनी में निराशा

मिथिलांचल को उम्मीद के मुताबिक कैबिनेट में स्थान नहीं मिला। मधुबनी से अरुण शंकर प्रसाद और दरभंगा से मदन सहनी ही मंत्री बने। दोनों जिलों में कुल 20 सीटें होने के बावजूद केवल दो मंत्रियों का प्रतिनिधित्व हुआ। पिछली सरकार में यह संख्या ज्यादा थी।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार जातीय समीकरण और राजनीतिक वफादारी को भौगोलिक संतुलन पर तरजीह दी गई। इससे क्षेत्र में असंतोष और स्थानीय मुद्दों—बाढ़, कृषि संकट और खराब इन्फ्रास्ट्रक्चर—पर ध्यान कम होने की आशंका बढ़ गई।

मगध क्षेत्र में निराशा, प्रेम कुमार पर टिकी नजरें

मगध क्षेत्र से केवल एक मंत्री बनने से NDA के 20 विधायक निराश हैं। अब सबकी नजरें गया के वरिष्ठ विधायक प्रेम कुमार पर हैं, जिन्हें स्पीकर बनाए जाने की संभावना है।

HAM अध्यक्ष संतोष सुमन और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे भी मंत्री बने हैं।

जिलेवार मंत्रियों की सूची

जिलामंत्री
मुंगेरसम्राट चौधरी
लखीसरायविजय कुमार सिन्हा
वैशालीलखेंद्र पासवान, संजय सिंह, दीपक प्रकाश, रमा निषाद
पटनानितिन नवीन, राम कृपाल यादव, अशोक चौधरी
नालंदानीतीश कुमार, श्रवण कुमार
किशनगंजदिलीप जायसवाल
सिवानमंगल पांडे
आरा (भोजपुर)संजय टाइगर
जमुईश्रेयसी सिंह
मधुबनीअरुण शंकर प्रसाद
मुजफ्फरपुररमा निषाद
चंपारणनारायण शाह
औरंगाबादप्रमोद चंद्रवंशी
पूर्णियालेसी सिंह
गोपालगंजसुनील कुमार
सुपौलविजेंद्र यादव
समस्तीपुरविजय चौधरी
दरभंगामदन साहनी
कैमूरजमा खान
गयासंतोष सुमन

भोजपुर को मिला प्रतिनिधित्व

आरा से बीजेपी विधायक संजय सिंह टाइगर मंत्री बने। उनके तेजतर्रार वाकपटुता और सक्रिय राजनीतिक अनुभव को देखते हुए जिले में खुशी का माहौल है। उन्होंने CPI-ML उम्मीदवार को 19,581 वोटों से हराया

इस नई कैबिनेट में नीतीश कुमार ने मंडल और जातीय संतुलन के बीच संतुलित मंत्रिपरिषद बनाई है, जिससे आगामी चुनाव और राजनीतिक समीकरणों पर गहरा असर पड़ेगा।

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