
श्योपुर: श्योपुर में बेमौसम बारिश से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं, जिससे उनके सपने ध्वस्त हो गए। इसी संकट के बीच कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने किसानों के मुआवजे और राहत के लिए भूख हड़ताल शुरू कर दी है। 11 दिनों से जारी धरने में शामिल रहने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया है।
विधायक की मांगें
बाबू जंडेल ने स्पष्ट किया कि उनकी भूख हड़ताल का मकसद केवल किसानों के अधिकारों की रक्षा करना है। उन्होंने सरकार से निम्नलिखित मांगें की हैं:
- बेमौसम बारिश से हुए फसल नुकसान का उचित मुआवजा
- किसानों के केसीसी लोन माफ़ करने की मांग
- बिजली बिलों में राहत और माफी
विधायक ने कहा, “किसान पहले से ही कठिन हालात में हैं। सरकार की जिम्मेदारी है कि इस समय किसानों को तुरंत राहत और मुआवजा दिया जाए। जब तक ये मांगें पूरी नहीं होंगी, मेरा अनशन जारी रहेगा।”
बीजेपी पर गंभीर आरोप
बाबू जंडेल ने श्योपुर के बीजेपी नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने फसल नुकसान को केवल 50 प्रतिशत मानते हुए भी किसानों को मुआवजा दिलाने की कोई पहल नहीं की। उन्होंने कहा, “दो चुनावों में लगातार हारने के बाद बीजेपी किसान हितों पर राजनीति कर रही है। यह गलत है और किसानों के दुख पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।”
अनशन जारी रहेगा
जंडेल ने चेतावनी दी है कि सरकार या जिला प्रशासन जब तक किसानों के पक्ष में निर्णय नहीं लेता, वे अपनी भूख हड़ताल जारी रखेंगे। विधायक ने कहा, “यह लड़ाई किसानों के हक की है और इसे हम अंत तक लड़ेंगे। हमारी मांगें पूरी किए बिना हम पीछे नहीं हटेंगे।”