
पटना। बिहार की सियासत के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपना पूरा फोकस अब ‘श्रीराम’ और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर केंद्रित कर दिया है। इसी कड़ी में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन ने राजधानी पटना में आगामी रामनवमी उत्सव की तैयारियों को लेकर समितियों के साथ अहम बैठक की।
तीन दिवसीय बिहार दौरे पर आए नबीन ने स्पष्ट किया कि इस बार 26 मार्च को मनाई जाने वाली रामनवमी न केवल भव्य होगी, बल्कि सामाजिक एकता का बड़ा संदेश भी देगी।
अनुशासन और सामाजिक समरसता का संदेश
‘श्री श्री रामनवमी शोभा यात्रा अभिनंदन समिति’ के साथ लंबे समय से जुड़े नितिन नबीन ने समिति की महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि यह शोभा यात्रा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि अनुशासन, सद्भाव और सामाजिक समरसता का प्रतीक है। सभी कार्यकर्ताओं और आयोजकों को सख्त निर्देश दिए गए कि वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करें, ताकि उत्सव के दौरान भाईचारे की मिसाल पेश की जा सके।
सुरक्षा और ट्रैफिक पर विशेष ध्यान
रामनवमी 2026 की तैयारियों के लिए नबीन ने बैठक में मार्ग चयन, प्रबंधन और जिला प्रशासन के साथ समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान आम जनता को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए विशेष ट्रैफिक प्लान तैयार किया जाए। यात्रा में समाज के सभी वर्गों को शामिल करने की कोशिश की जाएगी।
एकता को बढ़ावा देना BJP का लक्ष्य
नितिन नबीन ने स्पष्ट किया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देना है। उन्होंने स्थानीय समितियों को आदेश दिया कि वे 26 मार्च की तैयारियों में अभी से जुट जाएं।
यह रणनीति साफ तौर पर यह दिखाती है कि भाजपा बिहार में सांस्कृतिक आयोजनों और रामनवमी उत्सव के माध्यम से सामाजिक समरसता और अनुशासन को मजबूती देने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
— सुधेंद्र प्रताप सिंह