
लखनऊ। यूपी पुलिस में कॉन्स्टेबल और जेल वार्डर भर्ती की तैयारी कर रहे लाखों युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार ने इन दोनों पदों की भर्ती परीक्षाओं में निगेटिव मार्किंग समाप्त करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
इस फैसले के बाद अब परीक्षा में गलत उत्तर देने पर अभ्यर्थियों के अंक नहीं काटे जाएंगे। इससे उम्मीदवार बिना डर के अधिक प्रश्न हल कर सकेंगे और बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे।
पहले क्या था नियम
अब तक यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल परीक्षा में प्रत्येक सही उत्तर के लिए 2 अंक मिलते थे, जबकि गलत उत्तर देने पर 0.5 अंक की कटौती की जाती थी। यही व्यवस्था जेल वार्डर भर्ती परीक्षा में भी लागू थी। लेकिन नए निर्णय के तहत यह निगेटिव मार्किंग पूरी तरह समाप्त कर दी गई है।
अभ्यर्थियों को क्या होगा फायदा
डर खत्म होगा: अब उम्मीदवार बिना संकोच सभी प्रश्नों को अटेम्प्ट कर सकेंगे।
जनरल नॉलेज में रिस्क संभव: सामान्य ज्ञान और करंट अफेयर्स जैसे विषयों में अनुमान के आधार पर भी उत्तर दिया जा सकेगा।
स्कोर बढ़ने की संभावना: ज्यादा प्रश्न हल करने से कटऑफ पार करने के मौके बढ़ेंगे।
बेहतर टाइम मैनेजमेंट: कठिन प्रश्नों को छोड़ने या दोबारा सोचने में समय बर्बाद नहीं होगा।
नियमावली में होगा संशोधन
इस निर्णय को लागू करने के लिए
उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी एवं मुख्य आरक्षी सेवा (चतुर्थ संशोधन) नियमावली 2025
उत्तर प्रदेश कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग जेल वार्डर संवर्ग सेवा (द्वितीय संशोधन) नियमावली 2025
में संशोधन किया जाएगा। इसे कैबिनेट द्वारा बाई सर्कुलेशन मंजूरी दी जाएगी।
जल्द जारी होगा नोटिस
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) इस संबंध में जल्द ही आधिकारिक नोटिस जारी करेगा। माना जा रहा है कि आने वाली कॉन्स्टेबल और जेल वार्डर की नई भर्तियों में भी यही नियम लागू होगा।
यह फैसला प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए एक बड़ी राहत माना जा रहा है, हालांकि इससे प्रतियोगिता और अधिक कड़ी होने की संभावना भी जताई जा रही है।