
नई दिल्ली: इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों ने कभी न कभी Torrent का नाम ज़रूर सुना होगा। फिल्में, वेब सीरीज़, सॉफ्टवेयर या बड़ी फाइलें डाउनलोड करने में इसका खूब इस्तेमाल होता है। लेकिन आम लोगों के मन में यह सवाल हमेशा रहता है— क्या टोरेंट इस्तेमाल करना गैरकानूनी है और क्या इससे जेल हो सकती है?
इसका जवाब सीधा “हां” या “नहीं” नहीं है, बल्कि इस्तेमाल के तरीके पर निर्भर करता है।
क्या होता है Torrent?
Torrent दरअसल कोई ऐप या वेबसाइट नहीं, बल्कि फाइल शेयर करने की एक तकनीक है। इसमें फाइल किसी एक सर्वर से नहीं, बल्कि कई यूज़र्स के कंप्यूटर से छोटे-छोटे हिस्सों में डाउनलोड होती है।
जब आप कोई फाइल डाउनलोड करते हैं, तो उसी समय आप भी उस फाइल का एक हिस्सा दूसरों के साथ शेयर करने लगते हैं।
क्या Torrent का इस्तेमाल गैरकानूनी है?
खुद में Torrent गैरकानूनी नहीं है। यह सिर्फ एक टूल है।
लेकिन अगर आप इसके जरिए:
कॉपीराइट वाली फिल्में
गाने
पायरेटेड सॉफ्टवेयर या गेम
डाउनलोड करते हैं, तो यह कॉपीराइट कानून का उल्लंघन माना जाएगा। भारत में ऐसे मामलों में जुर्माना या जेल तक हो सकती है।
वहीं, अगर आप ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर, पब्लिक डेटा या कानूनी रूप से फ्री कंटेंट डाउनलोड करते हैं, तो यह पूरी तरह वैध है।
क्या Torrent इस्तेमाल करना सुरक्षित है?
सुरक्षा के लिहाज से Torrent पूरी तरह सुरक्षित नहीं माना जाता। इसके कई जोखिम हैं:
डाउनलोड के दौरान आपका IP एड्रेस सार्वजनिक रहता है
कॉपीराइट एजेंसियां ट्रैक कर सकती हैं
कई फाइलों में वायरस या मालवेयर हो सकता है
Torrent सुरक्षित तरीके से कैसे इस्तेमाल करें?
अगर कोई Torrent का इस्तेमाल करता है, तो उसे इन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए:
भरोसेमंद VPN का इस्तेमाल करें
केवल विश्वसनीय टोरेंट साइट्स से ही डाउनलोड करें
फाइल खोलने से पहले एंटीवायरस से स्कैन करें
पायरेटेड कंटेंट से दूर रहें
निष्कर्ष
Torrent न तो पूरी तरह गलत है और न ही पूरी तरह सुरक्षित। इसका सही या गलत होना इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या डाउनलोड कर रहे हैं।
कानूनी और सुरक्षित कंटेंट के लिए इसका इस्तेमाल किया जाए, तो परेशानी नहीं होती—लेकिन कॉपीराइट का उल्लंघन आपको कानूनी मुश्किलों में डाल सकता है।