
रांची: विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 के प्लेट ग्रुप मैच में वैभव सूर्यवंशी ने धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए इतिहास रच दिया। बिहार की ओर से अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ खेलते हुए 14 साल 272 दिन के इस युवा बल्लेबाज ने महज 84 गेंद में 190 रन ठोककर लिस्ट-ए क्रिकेट में सबसे कम उम्र का शतक बनाने का रिकार्ड अपने नाम किया।
वैभव ने सिर्फ 36 गेंद में शतक पूरा किया और इसके बाद 59 गेंद में 150 रन ठोककर एबी डिविलियर्स का 2015 का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। उनकी पारी में 16 चौके और 15 जबरदस्त छक्के शामिल थे।
बिहार की टीम ने कप्तान सकीबुल गनी के सबसे तेज शतक और विकेटकीपर आयुष लोहारुका के 116 रन की मदद से 6 विकेट पर 574 रन बनाकर लिस्ट-ए में नया भारतीय रिकॉर्ड भी बनाया।
अंडर-19 एशिया कप का बदला
वैभव सूर्यवंशी ने इस पारी में ऐसा प्रदर्शन किया मानो यूएई में पाकिस्तान के खिलाफ अंडर-19 एशिया कप फाइनल में हुई फ्लॉप पारी का बदला ले रहे हों। उस फाइनल में वे महज 26 रन बनाकर आउट हो गए थे और पाकिस्तान के गेंदबाजों के साथ उनका झगड़ा भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
वैभव ने रांची में अरुणाचल प्रदेश के गेंदबाजों पर बल्ले की बारिश करते हुए अपनी पारी का समापन किया। उनका स्ट्राइक रेट 226 का रहा। खासतौर पर टीची नेरी की गेंदों पर उन्होंने 5 छक्के और 45 रन बनाए।
टीम की जीत में योगदान
वैभव के अलावा, पीयूष कुमार सिंह ने 66 गेंद में 77 रन, आयुष लोहारुका ने 56 गेंद में 116 रन और कप्तान सकीबुल गनी ने 40 गेंद में नॉटआउट 128 रन बनाकर टीम की विशाल जीत में अहम योगदान दिया। बिहार ने 50 ओवर में 6 विकेट पर 574 रन बनाकर तमिलनाडु के 506 रन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
अंतरराष्ट्रीय विवाद भी बना चर्चा का केंद्र
अंडर-19 एशिया कप फाइनल में पाकिस्तानी गेंदबाजों के साथ हुई झड़प के बाद वैभव के जूते की नोक से इशारे ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को नाराज कर दिया। इसके बाद पूर्व पाक कप्तान सरफराज अहमद और PCB अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने ICC से शिकायत करने की बात कही थी।
वैभव सूर्यवंशी की यह पारी न केवल युवाओं के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह साबित करती है कि छोटे खिलाड़ी बड़े रिकॉर्ड भी आसानी से तोड़ सकते हैं।