
कानपुर, 5 दिसंबर: यूपी के कानपुर में एक दर्दनाक घटना में पैरालाइसिस से पीड़ित किसान रज्जन शर्मा (55) की झोपड़ी में आग लगने से जिंदा जलकर मौत हो गई। किसान खेतों के बीच नलकूप पर बनी झोपड़ी में ठंड से बचने के लिए अलाव जलाकर सो रहे थे।
घटना की कहानी:
रज्जन शर्मा उमरी गांव के निवासी थे और पेशे से किसान थे। चार दिन पहले ही उन्हें पैरालाइसिस अटैक हुआ था, जिससे वे चलने-फिरने में असमर्थ थे। खेतों की रखवाली के लिए उन्होंने गांव के ही प्रहलाद सचान के खेत पर बनी झोपड़ी में चारपाई रखकर सोने का निर्णय लिया।
अलाव से आग:
रात में ठंड बढ़ने पर किसान ने अलाव जलाया। आग तापते-तापते रज्जन शर्मा सो गए। भोर में जब ग्रामीण झोपड़ी के पास पहुंचे, तो देखा कि झोपड़ी में आग की लपटें उठ रही हैं और किसान की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। आग बुझाने के बाद उनका शव राख के ढेर में पाया गया।
आग लगने की संभावना:
थाना प्रभारी अवनीश कुमार ने बताया कि चारपाई के पास ही अलाव जलाया गया था। संभव है कि चिंगारी बिस्तर या रजाई पर गिर गई और आग फैल गई। किसान इस आग की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौत हो गई।
अन्य जानकारी:
रज्जन शर्मा अविवाहित थे और अकेले रहते थे। मृतक के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।