
श्रीनगर/सांबा: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी के बीच एक बार फिर पाकिस्तान की नापाक हरकत सामने आई है। शुक्रवार देर रात सांबा जिले के इंटरनेशनल बॉर्डर से सटे घगवाल क्षेत्र में पाकिस्तानी ड्रोन देखे जाने के बाद सेना और सुरक्षाबलों ने तत्काल सर्च अभियान चलाया। अधिकारियों के अनुसार, ड्रोन पाकिस्तान के चक भूरा पोस्ट की दिशा से भारतीय सीमा में दाखिल हुआ और रीगल गांव के ऊपर कुछ मिनट तक मंडराता रहा, जिसके बाद वापस लौट गया।
संभावित पेलोड की तलाश में तलाशी अभियान जारी
ड्रोन की मौजूदगी की सूचना मिलते ही सेना, बीएसएफ और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों का फोकस यह पता लगाने पर है कि कहीं ड्रोन के जरिए हथियार, नकदी या नशीले पदार्थों की एयरड्रॉपिंग तो नहीं की गई। अधिकारियों ने बताया कि अब तक कोई संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई है, लेकिन तलाशी जारी है।
एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर पर सतर्कता बढ़ी
पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। सर्दी के मौसम में पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की आशंका बढ़ जाती है, ऐसे में एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। सुरक्षाबलों ने हाल के महीनों में घुसपैठ की कई कोशिशों को नाकाम किया है।
बीएसएफ कर रही जागरूकता अभियान
सीमावर्ती इलाकों में बीएसएफ लगातार ड्रोन गतिविधियों को लेकर ग्रामीणों को जागरूक कर रही है। लोगों से अपील की जा रही है कि ड्रोन दिखाई देने पर घबराएं नहीं और तुरंत पुलिस या बीएसएफ को इसकी सूचना दें। इससे पहले जुलाई में भी इसी सेक्टर में ड्रोन दिखने की घटना सामने आई थी, जिसके बाद कुछ क्षेत्रों में एंटी-ड्रोन तकनीक तैनात की गई थी।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि सीमा पर हर संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है और किसी भी संभावित खतरे को समय रहते विफल करने के लिए तैयारियां पूरी हैं।