
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना के शुरुआती रुझानों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि एग्जिट पोल्स जनता का मूड भांपने में नाकाम रहे हैं। वोटिंग के बाद आए अधिकांश एग्जिट पोल्स में एनडीए को 140–150 सीटों का अनुमान दिया गया था, कुछ ने इसे बढ़ाकर 160 तक बताया था, मगर वास्तविक रुझानों ने इन सभी भविष्यवाणियों को गलत साबित कर दिया।
एनडीए बहुमत से बहुत आगे, 190 सीटों के पार पहुंचता रुझान
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 है।
शुरुआती मतगणना के अनुसार—
- एनडीए लगभग 190 सीटों पर बढ़त दर्ज कर रहा है
- महागठबंधन काफी पीछे
- जन सुराज पार्टी की कोशिशों से मुकाबला त्रिकोणीय तो हुआ, पर प्रभाव सीमित रहा
इतिहास एक बार फिर खुद को दोहराता दिखाई दे रहा है। एग्जिट पोल्स ने जिन आंकड़ों को मजबूत बताया था, नतीजों ने उन्हें पूरी तरह पलटकर रख दिया।
वोटिंग ने तोड़ा इतिहास, रिकॉर्ड 67.14% मतदान
बिहार में जनता ने इस बार जमकर वोट डाला।
- शाम 5 बजे तक 67.14% मतदान, जो अब तक का सर्वोच्च
- 1998 लोकसभा चुनाव (64.6%) का रिकॉर्ड टूटा
- 2000 विधानसभा चुनाव (62.57%) की तुलना में भी भारी बढ़त
इतनी बड़ी संख्या में मतदान अक्सर सत्ता-विरोधी माहौल का संकेत माना जाता है, लेकिन इस बार रुझानों ने अलग ही कहानी बयां की।
पिछले तीन चुनावों में भी गलत साबित हुए एग्जिट पोल
एग्जिट पोल्स की विश्वसनीयता पर लगातार सवाल उठते रहे हैं।
- 2015: एग्जिट पोल्स ने NDA को बढ़त दी, लेकिन नतीजे में महागठबंधन की जीत हुई
- 2020: कई पोल्स ने महागठबंधन की जीत का अनुमान लगाया, मगर NDA ने 125 सीटें लेकर सरकार बनाई
- 2025: एक बार फिर अनुमान गलत, NDA भारी बहुमत की ओर
इससे साफ है कि सर्वे एजेंसियां बिहार के मतदाताओं के वास्तविक रुझान को समझने में लगातार विफल रही हैं।
2010 की चुनावी लहर की याद ताजा
2010 के चुनाव में भी एग्जिट पोल्स ने नीतीश कुमार की लोकप्रियता को कम आंका था। वास्तविक नतीजे थे—
- जेडीयू: 115 सीटें
- बीजेपी: 91 सीटें
- आरजेडी: 22 सीटें
- कांग्रेस: 4 सीटें
- लोजपा: 3 सीटें
2025 के रुझान एक बार फिर बताते हैं कि जनता का जनादेश अक्सर एग्जिट पोल्स से बिल्कुल अलग होता है—और एनडीए इस बार भी ऐतिहासिक बहुमत की ओर बढ़ता दिख रहा है।