
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस ने नकली नोट छापने और बाजार में चलाने वाले एक पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है। आर्थिक तंगी में फंसे अरुण कुमार तुरंग (50) और राखी तुरंग (40) ने यूट्यूब से नोट छापने की तकनीक सीखी और कलर फोटो कॉपी मशीन से 100, 200 और 500 रुपये के नकली नोट बनाए।
असली नोट से मिलते-जुलते दिखने के लिए आरोपियों ने नोटों पर मिट्टी का लेप लगाया, ताकि वे पुराने और चलन में आए हुए नोटों जैसे लगें। उन्हें शक से बचने के लिए छोटे व्यापारियों और साप्ताहिक बाजारों में नोट चलाने का तरीका अपनाया।
60 रुपये के चक्कर में पकड़ाई लाखों की करेंसी
यह मामला तब सामने आया जब एक व्यापारी ने मटर-मिर्च की खरीदारी में 500 रुपये का नकली नोट देखा। इसके बाद व्यापारियों ने अपने पास रखे नोटों की जांच की, जिसमें कई नकली नोट बरामद हुए। पुलिस ने मौके पर 5,200 रुपये और घर से 1,65,300 रुपये के नकली नोटों के साथ कलर फोटो कॉपी मशीन और कागज जब्त किया। कुल मिलाकर 1,70,500 रुपये के नकली नोट पकड़े गए।
छोटे व्यापारियों को बनाते थे निशाना
जांच में सामने आया कि आरोपी दंपती ने रानीतराई और पाटन साप्ताहिक बाजार में छोटे व्यापारियों को निशाना बनाया। वे नोट चलाकर सामान खरीदते और बाकी पैसे लौटा देते थे, ताकि जल्दी पकड़ में न आएं।
पुलिस ने बताया कि यह दंपती आर्थिक संकट और कर्ज के चलते यह तरीका अपनाए थे। उनका कहना था कि नोट छापने की तकनीक उन्होंने यूट्यूब से सीखी थी। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपी दंपती के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।