
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां रील बनाने और अंधविश्वास के चलते एक नाबालिग छात्र की जान चली गई। जिले के रोलहेड़ा गांव में डीजे की धुन, भीड़ और धार्मिक परंपरा के बीच सांप के डसने से किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया, लेकिन समय पर इलाज न मिलने के कारण उसकी मौत हो गई।
घर से सांप पकड़कर निकला, रास्ते में कई बार डसा
जानकारी के अनुसार, रोलहेड़ा गांव निवासी लक्ष्मण जाट का बेटा मोहित (11वीं कक्षा का छात्र) शुक्रवार को अपने घर में निकले एक कॉमन करैत (अत्यंत विषैला सांप) को हाथ में पकड़कर देव आगमन की परंपरा के तहत लोकदेवता के थान की ओर निकल पड़ा। इस दौरान डीजे बज रहा था और गांव के लोग नाचते-गाते उसके साथ चल रहे थे।
इसी बीच सांप ने मोहित के हाथ में कई बार डस लिया, लेकिन कार्यक्रम चलता रहा और किसी ने खतरे की गंभीरता को नहीं समझा।
अस्पताल नहीं, भोपे के पास ले गए
कुछ समय बाद मोहित की तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बावजूद परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले जाने के बजाय पहले रोलहेड़ा में भोपे के पास ले गए, जहां पूजा-पाठ कराया गया। हालत नहीं सुधरी तो उसे बड़ोदिया ले जाकर दोबारा धार्मिक उपचार करवाया गया। इस दौरान सांप का जहर शरीर में फैलता गया और स्थिति और गंभीर होती चली गई।
जब हालत बेहद नाजुक हो गई, तब परिजन उसे चंदेरिया, चित्तौड़गढ़ और अंत में उदयपुर ले गए। उदयपुर में डॉक्टरों ने उसे वेंटिलेटर पर रखा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। शनिवार देर रात इलाज के दौरान मोहित की मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
कॉमन करैत बेहद जहरीला
बेगूं के प्रोजेक्ट रेंज ऑफिसर भगवती लाल ने बताया कि कॉमन करैत सांप अत्यंत विषैला होता है। यह न्यूरो टॉक्सिन जहर छोड़ता है, जिससे शुरुआत में सूजन और बाद में सांस लेने में दिक्कत होती है। समय पर इलाज न मिलने पर यह जानलेवा साबित हो सकता है।
सोशल मीडिया के लिए जान जोखिम में
घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मोहित के हाथ में सांप के काटने के निशान और बहता खून साफ दिखाई दे रहा है। यह हादसा एक गंभीर चेतावनी है। आजकल सोशल मीडिया पर अधिक व्यूज और लोकप्रियता पाने की होड़ में युवा खतरनाक रील्स बना रहे हैं, बिना यह जाने कि सांप जैसी चीजों से खेलना जानलेवा हो सकता है।
यह हादसा न सिर्फ एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि समाज के लिए भी सबक है कि अंधविश्वास और दिखावे की कीमत कई बार जान से चुकानी पड़ती है।