
मेवाड़ के शाही परिवार में लंबे समय से चल रहे संपत्ति विवाद ने फिर सुर्खियां बटोरी हैं। पहले यह विवाद भगवत सिंह मेवाड़ के तीनों संतान तक सीमित था, लेकिन अब अरविंद सिंह मेवाड़ की मृत्यु के बाद यह विवाद उनके पुत्र लक्ष्यराज सिंह और बहन पद्मजा तक पहुँच गया है।
पद्मजा ने संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए अदालत का रुख किया है। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि जोधपुर और बॉम्बे हाईकोर्ट में चल रहे मामले को दिल्ली हाईकोर्ट में ट्रांसफर किया जाए। अब इस मामले की सुनवाई जनवरी 2026 में होगी।
लक्ष्यराज सिंह की संपत्ति और विवाद
लक्ष्यराज सिंह की संपत्ति को लेकर विभिन्न आंकड़े सामने हैं। कुछ के अनुसार उनकी संपत्ति लगभग 10,000 करोड़ रुपए की है, जबकि कई का दावा है कि यह 50,000 करोड़ रुपए तक हो सकती है। विवाद मुख्य रूप से उदयपुर स्थित सिटी पैलेस, एनआरएच होटल्स ग्रुप और अन्य कई संपत्तियों पर नियंत्रण को लेकर है।
मेवाड़ राजवंश का इतिहास
मेवाड़ राजवंश की शुरुआत महाराणा कुभा से हुई। इसके बाद महाराणा सांगा, महाराणा प्रताप, भोपाल सिंह और भगवत सिंह हुए। भोपाल सिंह के पुत्र थे अरविंद सिंह मेवाड़, जिनकी संतानें हैं लक्ष्यराज सिंह, पद्मजा और भार्गवी।
लक्ष्यराज सिंह का परिवार
उदयपुर के वर्तमान महाराज लक्ष्यराज सिंह की पत्नी निवृत्ति कुमारी सिंह (उड़ीसा की राजकुमारी) हैं। उनका परिवार तीन सदस्यीय है—एक बेटा और दो बेटियां। निवृत्ति कुमारी अपने बच्चों को पारंपरिक वेशभूषा में रखते हैं।
विश्वराज सिंह का परिवार
राजघराने के विश्वराज सिंह, भगवत सिंह के पोते और महेंद्र सिंह के पुत्र हैं। उनकी माता निरुपमा कुमारी हैं। विश्वराज सिंह का विवाह महिमा कुमारी से हुआ है। महिमा कुमारी हाल ही में नाथद्वारा से विधायक चुनी गई हैं।