
ढाका: बांग्लादेश में एक खतरनाक उन्माद फैल रहा है। वायरल वीडियो में ‘सिराजुद्दौला साम्राज्य’ को फिर से जीवित करने और ग्रेटर बांग्लादेश बनाने का दावा किया जा रहा है, जिसमें भारत के कई हिस्सों के साथ म्यांमार के इलाके भी शामिल हैं। वीडियो में बिहार, झारखंड और ओडिशा तक पर कब्जे का ख्वाब दिखाया गया है।
जियो-पॉलिटिकल एक्सपर्ट कमर आगा ने नवभारत टाइम्स को बताया कि नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने लोकतंत्र को कमजोर कर देश में अस्थिरता पैदा की है। उनके कार्यवाहक गृह मंत्री और कानून मंत्री विपक्षी अवामी लीग के कार्यकर्ताओं पर बिना मुकदमे कार्रवाई कर रहे हैं। इसके अलावा, देश के दो बड़े अखबारों पर हमले और हिंदुओं को निशाना बनाने जैसी घटनाएं इस योजना का हिस्सा हैं।
पाकिस्तान मॉडल लागू
कमर आगा का कहना है कि यूनुस पाकिस्तान मॉडल को बांग्लादेश में लागू कर रहे हैं। इसका मकसद सेक्युलर ताकतों को दबाना और कट्टरपंथी इस्लामवाद को बढ़ावा देना है। पाकिस्तान, सऊदी अरब और तुर्की से बढ़ते संबंध, सेना का समर्थन और जमात-ए-इस्लामी की सक्रियता इस दिशा में स्पष्ट संकेत हैं।
विदेशी हस्तक्षेप और रणनीति
विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका भी बांग्लादेश में अपने इंडो-पैसिफिक एजेंडे को मजबूत करने के लिए सक्रिय है। वहीं, चीन सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर इस्लामिस्ट दबाव को अपने हित में देख रहा है। इस तरह दक्षिण एशिया में एक बेहद खतरनाक रणनीतिक और राजनीतिक कॉकटेल बनता जा रहा है।
हिंसा और अस्थिरता
हाल ही में छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या और उसके बाद फैली हिंसा ने देश को और अस्थिर बना दिया है। हिंदुओं को निशाना बनाना, भारतीय राजनयिक परिसरों पर हमले और अखबारों पर हमला जैसी घटनाओं ने बांग्लादेश के लोकतंत्र और सामाजिक ताने-बाने पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विशेषज्ञ चेतावनी: दक्षिण एशिया में राजनीतिक, धार्मिक और विदेशी हस्तक्षेपों के मिश्रण ने इस क्षेत्र को बेहद संवेदनशील और अस्थिर बना दिया है, जिसे नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है।