
नई दिल्ली: अगर आप एंड्रॉयड फोन यूज करते हैं तो सावधान हो जाइए। भारत सरकार की साइबर सुरक्षा टीम CERT-In ने एंड्रॉयड के वर्जन 13, 14, 15 और 16 वाले फोनों के लिए हाई रिस्क अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट (CIVN-2025-0293) के अनुसार, लाखों यूजर्स के फोन हैकर्स के निशाने पर हैं। इन कमजोरियों का फायदा उठाकर हैकर्स फोन पर कंट्रोल कर सकते हैं, जिससे बैंक डिटेल्स, फोटो, मैसेज और अन्य निजी डेटा चोरी हो सकता है।
⚠️ कौनसे एंड्रॉयड यूजर्स हैं खतरे में?
- एंड्रॉयड वर्जन 13, 14, 15 और 16 वाले फोन और टैबलेट।
- प्रमुख ब्रांड: सैमसंग, वनप्लस, शाओमी, रियलमी, मोटोरोला, वीवो, ओपो और गूगल पिक्सल।
- ये कमजोरियां हार्डवेयर कंपनियों क्वालकॉम, मीडियाटेक, एनवीडिया, ब्रॉडकॉम और यूनिसोक से जुड़ी चिप्स में पाई गई हैं।
- प्रभावित डिवाइस: स्मार्टफोन, स्मार्ट टीवी, वियरेबल्स और इंटरनेट से जुड़े अन्य डिवाइस।
💻 हैकर्स से खतरे
- फोन पर मनचाहा कोड चलाना या खतरनाक ऐप इंस्टॉल करना।
- निजी डेटा और फाइनेंशियल जानकारी (बैंक अकाउंट, गूगल ड्राइव, ईमेल) चोरी होना।
- सिस्टम पर पूरा कंट्रोल हासिल करना और फोन/अन्य डिवाइस को रिमोट से नियंत्रित करना।
- लेटेस्ट अपडेट न होने पर खतरा और बढ़ जाता है।
🛡️ कैसे बचें हैकर्स से?
- लेटेस्ट सिक्योरिटी अपडेट तुरंत इंस्टॉल करें।
- थर्ड-पार्टी ऐप्स या अनजान सोर्स से ऐप्स न डाउनलोड करें।
- गूगल प्ले स्टोर से ही ऐप्स लें।
- ऑटोमैटिक अपडेट ऑन रखें ताकि सिस्टम और ऐप्स अपने आप अपडेट हो जाएँ।
- गूगल प्ले प्रोटेक्ट ऑन करें, यह खतरनाक ऐप्स को स्कैन करता है।
- संदिग्ध ईमेल, लिंक और अटैचमेंट न खोलें।
🔄 अपडेट करना जरूरी
- अपडेट से फोन की कमजोरियां ठीक होती हैं।
- बिना अपडेट के फोन पुराना पड़ जाता है और हैकर्स आसानी से हमला कर सकते हैं।
- गूगल और ब्रांड कंपनियां नियमित सिक्योरिटी पैच भेजती हैं।
- सेटिंग्स में जाकर अपडेट चेक करें और ऑटो अपडेट ऑन रखें।
CERT-In की चेतावनी: सतर्क रहें और ऑनलाइन सावधानी बरतें। लेटेस्ट अपडेट को नजरअंदाज न करें, यह आपके फोन और डेटा की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है।