
नई दिल्ली: सेल्फ-मेड एंटरप्रेन्योर्स की ताजा लिस्ट में इस बार बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने डीमार्ट के राधाकिशन दमानी को पीछे छोड़ते हुए नंबर 1 का ताज हासिल किया है। वहीं, देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के फाउंडर्स राहुल भाटिया और राकेश गंगवाल पहली बार टॉप 10 में शामिल हुए हैं। यह लिस्ट हुरुन इंडिया द्वारा जारी की गई है।
जोमैटो का शानदार प्रदर्शन
दीपिंदर गोयल की कंपनी ईटरनल की वैल्यूएशन पिछले साल के मुकाबले 27% बढ़कर 3.2 लाख करोड़ रुपये हो गई है। इसके चलते गोयल ने इस साल टॉप सेल्फ-मेड एंटरप्रेन्योर्स की लिस्ट में पहला स्थान हासिल किया।
इंडिगो के फाउंडर्स की एंट्री
राहुल भाटिया और राकेश गंगवाल ने इंडिगो के लिए यह उपलब्धि पहली बार दर्ज की है। इंडिगो की वैल्यूएशन 2.2 लाख करोड़ रुपये है और दोनों फाउंडर्स टॉप 3 में शामिल हैं।
बाहर हुए बड़े नाम
इस साल रेजरपे के हर्षिल माथुर, शशांक कुमार, जीरोधा के नितिन और निखिल कामत, और ड्रीम11 के हर्ष जैन व भावित सेठ टॉप 10 से बाहर हो गए हैं। वहीं, लेंसकार्ट के पीयूष बंसल 10वें नंबर पर रहे। इस कंपनी की वैल्यूएशन इस साल 70,236 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल से 60% बढ़ी है।
हुरुन इंडिया की राय
हुरुन इंडिया के फाउंडर और चीफ रिसर्चर अनस रहमान जुनैद ने कहा, “टॉप 200 में जगह बनाना पहले से ज्यादा मुश्किल हो गया है। मिनिमम वैल्यूएशन अब 4,500 करोड़ रुपये हो गई है। जो मुकाम पहले दशकों में हासिल होता था, अब केवल 10-15 साल में पूरा हो जाता है।”
बेंगलुरु बना भारत का टॉप स्टार्टअप हब
इस साल की लिस्ट में बेंगलुरु में 52 कंपनियां, मुंबई में 41, और गुरुग्राम में 36 कंपनियां शामिल हैं। उम्र के मामले में भी यह लिस्ट काफी विविध है। जेप्टो के कैवल्य वोहरा 22 साल, आदित पलिचा 23 साल के हैं, जबकि हैप्पिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज के अशोक सूटा 82 साल के हैं।
निष्कर्ष: इस साल की लिस्ट ने यह साबित कर दिया कि भारतीय सेल्फ-मेड उद्यमी लगातार नए मुकाम छू रहे हैं। जोमैटो और इंडिगो जैसे ब्रांड्स ने युवा और अनुभवी दोनों वर्ग के लिए प्रेरणा का काम किया है।