
नई दिल्ली: अब कैब किराए की मनमानी बंद होने वाली है। भारत सरकार ने Bharat Taxi ऐप की टेस्टिंग शुरू कर दी है। यह ऐप न केवल यात्रियों को पीक आवर्स में ऊंचे किराए से राहत देगा, बल्कि ड्राइवरों की कमाई भी बढ़ाने में मदद करेगा। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरूवार को संसद में इसका ऐलान किया।
ड्राइवर-ओन्ड कोऑपरेटिव मॉडल
भारत टैक्सी ऐप किसी कॉर्पोरेट कंपनी का नहीं है, बल्कि यह ड्राइवरों के अपने सहकारी मॉडल (Cooperative Model) पर काम करेगा। इसका मतलब है कि अब कैब कंपनियों का बड़ा हिस्सा कमाई का ड्राइवरों को मिलेगा। इस ऐप को सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड (STCL) के बैनर के तहत चलाया जाएगा।
पीक आवर्स में लगेगी किराए की सीमा
सरकार ने सभी ऐप आधारित कैब सेवाओं को नियंत्रित करने के लिए ‘मोटर वाहन एग्रीगेटर दिशानिर्देश 2025’ जारी किए हैं। इन दिशानिर्देशों में यात्रियों की सुरक्षा और किराए पर नियंत्रण शामिल है। अब पीक आवर्स में भी यात्रियों को अत्यधिक किराया नहीं देना पड़ेगा।
ड्राइवरों को ज्यादा फायदा
इस नए मॉडल से ड्राइवर अपनी मेहनत का अधिक हिस्सा सीधे कमाई में पाएंगे। यह मॉडल कॉर्पोरेट-ओन्ड एग्रीगेटर मॉडल की जगह लेगा, जिससे ड्राइवरों का अधिकार और आमदनी बढ़ेगी।
राष्ट्रीय स्तर पर सुविधा
‘भारत टैक्सी’ ऐप एक राष्ट्रीय स्तर का ऐप होगा और सभी राज्यों में लागू होगा। इसके आने से यात्रियों को Ola, Uber और Rapido पर मनमाने किराए से राहत मिलेगी। साथ ही, ड्राइवरों के लिए यह एक मजबूत कमाई का जरिया बनेगा।
निष्कर्ष:
Bharat Taxi ऐप न केवल यात्रियों के लिए सस्ता और पारदर्शी विकल्प लाएगा, बल्कि ड्राइवरों को स्वामित्व और ज्यादा कमाई का मौका देगा। यह कदम भारत में कैब इंडस्ट्री को नया रूप देने वाला साबित होगा।