
नई दिल्ली: सर्दियों में हड्डियों और जोड़ों की समस्याएं बढ़ जाती हैं। ठंड के मौसम में मसल्स सख्त हो जाती हैं और जोड़ों की मूवमेंट कम हो जाती है। ऐसे में अगर सही और पौष्टिक आहार लिया जाए तो हड्डियां मजबूत रहती हैं और जोड़ों में लचीलापन बना रहता है।
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर कपिल त्यागी के अनुसार, सर्दियों में हड्डियों के लिए कैल्शियम और विटामिन डी का सेवन बेहद जरूरी है। इसके अलावा विटामिन सी भी हड्डियों और जोड़ों की मजबूती और लचीलापन बनाए रखने में मदद करता है।
सर्दियों में हड्डियों को मजबूत करने वाले 5 सुपर फूड्स:
- तिल – छोटा लेकिन ताकतवर बीज
- तिल कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक और विटामिन डी से भरपूर होता है।
- रोजाना एक चम्मच तिल का सेवन हड्डियों को मजबूती और शरीर को गर्मी प्रदान करता है।
- इसे सलाद, चटनी या तिल के लड्डू के रूप में खाया जा सकता है।
- हरी पत्तेदार सब्जियां – पालक, मेथी, केल
- ये सब्जियां कैल्शियम, आयरन और विटामिन के का अच्छा स्रोत हैं।
- हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ शरीर की सूजन कम करती हैं।
- इन्हें सूप, सब्जी, साग या पराठों में मिलाकर खाया जा सकता है।
- सीड्स और नट्स – अखरोट, बादाम, अलसी, चिया
- ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर ये जोड़ों की जकड़न और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
- डेली एक मुट्ठी मेवे खाने से जोड़ों की सेहत बनी रहती है।
- इन्हें कच्चा, रातभर भिगोकर या दलिया में मिलाकर खाया जा सकता है।
- डेयरी उत्पाद – दूध, दही, पनीर
- कैल्शियम और विटामिन डी के बेहतरीन स्रोत हैं।
- हड्डियों को मजबूत बनाने और जोड़ों की लचक बनाए रखने में मदद करते हैं।
- दूध नहीं पीने वालों के लिए सोया मिल्क और फोर्टिफाइड बादाम मिल्क अच्छे विकल्प हैं।
- रोज धूप में कुछ समय बैठना भी जरूरी है, क्योंकि सूर्य की रोशनी नेचुरल विटामिन डी देती है।
- खट्टा आंवला – विटामिन सी का पावरहाउस
- आंवला कोलेजन बनाने में मदद करता है, जो हड्डियों और जोड़ों को मजबूत और लचीला बनाए रखता है।
- इसे कच्चा, जूस या मुरब्बा बनाकर रोजाना सेवन किया जा सकता है।
- नियमित सेवन से जोड़ों की लचीलापन बढ़ती है और ऊतकों की मरम्मत बेहतर होती है।
सर्दियों में इन पांच चीजों को अपनी डाइट में शामिल करने से हड्डियों की कमजोरी और जोड़ों की जकड़न कम होती है और आप ठंड के मौसम में होने वाले दर्द से बच सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है। ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।