
नई दिल्ली: कई बार महिलाओं के पीरियड्स नॉर्मल होने के बावजूद प्रेग्नेंसी संभव नहीं हो पाती। इसका कारण केवल पीरियड्स की नियमितता नहीं, बल्कि कुछ छिपे हुए फैक्टर्स होते हैं जो फर्टिलिटी पर असर डालते हैं। इस बारे में एम्स की गोल्ड मेडलिस्ट और गायनीकोलॉजिस्ट डॉ. आरुषि सेठी ने विस्तार से जानकारी दी।
नॉर्मल पीरियड्स और कंसीव न होने का संबंध
पीरियड्स ओव्यूलेशन की पुष्टि करते हैं, लेकिन प्रेग्नेंसी के लिए कई अन्य फैक्टर्स जिम्मेदार होते हैं। डॉ. सेठी के अनुसार, सिर्फ नियमित पीरियड्स होना यह नहीं दर्शाता कि प्रेग्नेंसी होना निश्चित है। यदि कोई महिला एक साल से कंसीव नहीं कर पा रही है या उसकी उम्र 35 साल से अधिक है, तो समय पर डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है।
कंसीव न हो पाने के प्रमुख कारण:
- एग की क्वालिटी और रिसर्व
पीरियड्स नॉर्मल होने के बावजूद महिला के एग की क्वालिटी या संख्या कम हो सकती है, जो फर्टिलिटी पर सीधा असर डालती है। - फैलोपियन ट्यूब की ब्लॉकेज
कई बार ट्यूब ब्लॉक होने के लक्षण दिखाई नहीं देते। इस स्थिति में पीरियड साइकिल सामान्य रहती है, लेकिन प्रेग्नेंसी नहीं होती। - एंडोमेट्रियोसिस
यह गंभीर स्थिति ओवरी में खून जमा होने और प्रेग्नेंसी में बाधा डाल सकती है।
समय पर निदान से बेहतर परिणाम
डॉ. सेठी बताती हैं कि समय पर जांच और सही निदान से इलाज का रिजल्ट बेहतर होता है। इसलिए यदि आप लंबे समय से प्रेग्नेंसी की कोशिश कर रही हैं, तो विशेषज्ञ से जल्द संपर्क करना आवश्यक है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। इसमें दिए गए सुझाव और जानकारी इंस्टाग्राम रील पर आधारित हैं। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले हमेशा विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह लें।