
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) की समयसीमा बढ़ाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। यह विस्तार उत्तर प्रदेश सहित कुल 6 राज्यों में लागू होगा, ताकि अधिक से अधिक पात्र नागरिक अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करा सकें।
इन राज्यों में बढ़ी SIR की समयसीमा
चुनाव आयोग ने जिन राज्यों के लिए समय सीमा बढ़ाई है, वे हैं—
- उत्तर प्रदेश
- गुजरात
- मध्य प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- तमिलनाडु
- अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह
यह फैसला उन राज्यों के लिए राहत माना जा रहा है, जहां बड़ी संख्या में नए मतदाता जुड़ रहे हैं या पुराने रिकॉर्ड अपडेट किए जा रहे हैं।
क्यों बढ़ाई गई समयसीमा?
चुनाव आयोग के अनुसार, कई क्षेत्रों से यह मांग उठ रही थी कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने और संशोधन की प्रक्रिया के लिए समय कम पड़ रहा है। बढ़ी हुई समयसीमा से यह सुनिश्चित होगा कि कोई भी पात्र मतदाता मतदान के अधिकार से वंचित न रहे।
राज्यों में चल रही तैयारियां
संबंधित राज्यों के चुनाव अधिकारी अब नई समयसीमा के अनुसार अभियान को तेज करेंगे। बूथ लेवल अधिकारी (BLO) घर-घर जाकर सत्यापन करेंगे और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।
चुनाव आयोग का यह कदम आगामी चुनावों की तैयारियों को देखते हुए बेहद अहम माना जा रहा है। इससे मतदाता सूची और अधिक सटीक, विस्तृत और अद्यतन हो सकेगी।