
राज्य में औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन को नई रफ्तार देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 9 दिसंबर को खजुराहो में निवेश संवर्धन पर मंत्रि-परिषद समिति (CCIP) की महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में 5 प्रमुख औद्योगिक परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। इससे प्रदेश में हजारों रोजगार अवसर सृजित होंगे और निवेश का नया मार्ग खुलेगा।
बैठक में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, MSME मंत्री चैतन्य काश्यप, कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री गौतम टेटवाल, संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, मुख्य सचिव अनुराग जैन सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
जे.के. सीमेंट का 1850 करोड़ का विस्तार—800 रोजगार
बैठक में पन्ना जिले में संचालित जे.के. सीमेंट की परियोजना को विस्तार की मंजूरी दी गई।
- वर्तमान निवेश : 2600 करोड़
- नया प्रस्तावित निवेश : 1850 करोड़
- रोजगार सृजन : 800 नए अवसर
कंपनी पहले से ही क्षेत्र में 6000 से अधिक लोगों को रोजगार दे रही है। नए निवेश से सीमेंट उत्पादन क्षमता बढ़ेगी और प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।
उज्जैन में अल्केम लैबोरेट्रीज का 500 करोड़ का निवेश
फार्मा सेक्टर की अग्रणी कंपनी अल्केम लैबोरेट्रीज ने उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी में
टैबलेट, कैप्सूल, ड्राई सिरप और इंजेक्शन निर्माण यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है।
- निवेश : 500 करोड़ रुपए
- रोजगार : 500 लोगों को अवसर
यह परियोजना प्रदेश को फार्मा हब के रूप में नई पहचान देगी।
डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में बड़े निवेश — मजबूत होगी नई अर्थव्यवस्था
1. कंट्रोल एस डेटा सेंटर लिमिटेड (भोपाल)
- स्थान : बड़वई आईटी पार्क
- निवेश : 500.20 करोड़ रुपए
- रोजगार : 870 अवसर
यह परियोजना प्रदेश में डिजिटल अवसंरचना, क्लाउड सेवाओं और IT-ESDM सेक्टर को मजबूती देगी।
2. केदारा इलेक्ट्रॉनिक्स (ग्वालियर)
- निवेश : 327.10 करोड़ रुपए
- उत्पादन : कॉपर क्लैड लैमिनेट (CCL) निर्माण
- रोजगार : 220 अवसर
यह निवेश इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग और स्थानीय उत्पादन को नई दिशा देगा।
फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में उज्जैन को नई पहचान
दुनिया की अग्रणी पोटेटो फ्लेक्स निर्माता कंपनी इस्कॉन बालाजी फूड्स ने
उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी में 110 करोड़ रूपये की लागत से यूनिट स्थापित कर उत्पादन शुरू किया है।
- रोजगार : 350 लोगों को अवसर
यह परियोजना फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में प्रदेश की छवि मजबूत करेगी।
औद्योगिक नीति पर सैद्धांतिक मंजूरी
बैठक में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रस्ताव को सैद्धांतिक स्वीकृति दी गई।
अब प्रस्तावित और संचालित परियोजनाओं को अतिरिक्त सुविधाएं मिल सकेंगी।
इस निर्णय से—
✔ प्रदेश में औद्योगिक विकास गति पकड़ेगा
✔ युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार खुलेंगे
✔ निवेश-अनुकूल वातावरण और मजबूत होगा
