
नई दिल्ली: ऐपल ने अपने आईफोन यूजर्स को एक नई चेतावनी दी है, जिसमें उन्हें गूगल और क्रोम ब्राउजर का इस्तेमाल न करने की सलाह दी गई है। ऐपल के मुताबिक, यह दोनों आपकी प्राइवेसी के लिए खतरा बन सकते हैं। तो क्या है इसका कारण और ऐपल ने क्या कहा, आइए जानते हैं।
फिंगरप्रिंटिंग: एक गुप्त ट्रैकिंग तकनीक
फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, ऐपल ने ‘फिंगरप्रिंटिंग’ नाम की एक गुप्त ट्रैकिंग तकनीक का उल्लेख किया है। यह तकनीक आपके फोन की छोटी-छोटी जानकारी जैसे स्क्रीन साइज, बैटरी लेवल, फॉन्ट आदि इकट्ठा करके आपकी एक अनूठी पहचान बना देती है। इसे ऑप्ट-आउट नहीं किया जा सकता और यह हमेशा चलता रहता है। गूगल ने इस तकनीक पर पहले रोक लगा दी थी, लेकिन हाल ही में उसने अपनी रोक हटा ली है, जिससे यह फिर से बढ़ रही है।
सफारी क्यों है बेहतर?
ऐपल का कहना है कि उनका सफारी ब्राउजर आपकी प्राइवेसी की बेहतर रक्षा करता है। सफारी ब्राउजर आपके फोन की असली जानकारी को छुपा देता है और इसे एक सामान्य रूप में पेश करता है। इससे ट्रैकर्स के लिए यह पहचान पाना मुश्किल हो जाता है कि आप कौन हैं। सफारी में एआई तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है, जो ट्रैकिंग को रोकने में मदद करती है और प्राइवेट ब्राउज़िंग पूरी तरह सुरक्षित रहती है। इसके अलावा, सफारी आपकी लोकेशन भी ट्रैक नहीं करता, जबकि क्रोम में यह सारी चीज़ें मौजूद होती हैं।
गूगल ऐप से भी बचें
भले ही आप सफारी ब्राउज़र का इस्तेमाल करें, फिर भी गूगल आपको फंसा सकता है। सफारी ब्राउज़र में जब आप गूगल सर्च करते हैं, तो नीचे एक नीला बटन दिखता है—”Try Google App”। गलती से इसे दबाने पर आप गूगल ऐप में चले जाते हैं, और वहां गूगल आपके सभी डेटा को इकट्ठा करता है। ऐपल का कहना है कि गूगल ऐप क्रोम से भी ज्यादा डेटा एकत्र करता है और इसे आपके नाम से जोड़ता है। इस बटन को दबाने से बचें, क्योंकि यह आपकी प्राइवेसी के लिए खतरा हो सकता है।
क्रोम का उपयोग क्यों करते हैं लोग?
दुनिया भर में 3 अरब से ज्यादा लोग गूगल क्रोम का इस्तेमाल करते हैं, इसके बावजूद ऐपल की चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। क्रोम और गूगल ऐप उपयोगकर्ताओं के लिए सुविधाजनक हैं, लेकिन इनमें से हर एक का इस्तेमाल करते समय आपको यह समझना जरूरी है कि आपकी निजता का क्या होगा।
आपको क्या करना चाहिए?
ऐपल का सुझाव है कि अगर आप अपनी प्राइवेसी की रक्षा करना चाहते हैं, तो सफारी ब्राउज़र का ही इस्तेमाल करें। गूगल सर्च करते समय नीचे वाले नीले बटन को दबाने से बचें। अगर आप प्राइवेट सर्च इंजन की तलाश में हैं, तो DuckDuckGo जैसे प्राइवेट सर्च इंजन का इस्तेमाल करें। याद रखें, आपकी निजता आपके हाथ में है और इसे सुरक्षित रखना जरूरी है।
निष्कर्ष: आपकी ऑनलाइन सुरक्षा और प्राइवेसी के लिहाज से ऐपल का यह कदम महत्वपूर्ण है। अगर आप अपनी जानकारी की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, तो ऐपल की सलाह को मानकर बेहतर तरीके से अपनी निजता की रक्षा कर सकते हैं।
