
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली से जोड़ने के लिए अब एक बड़ा फैसला लिया गया है। नमो भारत ट्रेन (RRTS) का कॉरिडोर अब गाजियाबाद की बजाय सीधे दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होगा। यह निर्णय बुधवार को आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय में हुई हाई लेवल बैठक में लिया गया, जिसमें यूपी सरकार, यमुना अथॉरिटी, एनआईएएल, YIAPL और NCRTC के अधिकारी मौजूद थे।
दिल्ली से एयरपोर्ट तक नई कनेक्टिविटी — NCRTC बनाएगा फिजिबिलिटी रिपोर्ट
बैठक में तय किया गया कि सराय काले खां से नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे तक नया RRTS कॉरिडोर बनाया जाए।
फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी NCRTC को दी गई है।
यदि सराय काले खां से रूट बनाने में किसी तरह की दिक्कत आती है तो दूसरा विकल्प न्यू अशोक नगर से कॉरिडोर शुरू करने का भी रखा गया है।
यमुना अथॉरिटी और NCRTC के बीच रूट को अंतिम रूप देने के लिए जल्द बैठक होगी।
गाजियाबाद वाला प्रस्ताव क्यों बदला?
पहले चरण में गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक नमो भारत कॉरिडोर की डीपीआर तैयार हुई थी और यूपी सरकार ने मंजूरी भी दे दी थी।
लेकिन मंत्रालय ने डीपीआर पर 10 बड़े सवाल उठाए, जिनके जवाब संतुष्ट नहीं थे। प्रमुख सवाल थे:
- कॉरिडोर को गाजियाबाद से जोड़ने की आवश्यकता क्यों?
- डेस्टिनेशन सर्वे क्यों नहीं हुआ?
- जब इसी रूट पर एक्वा लाइन मेट्रो प्रस्तावित है, तो RRTS की क्या जरूरत?
- दोनों सिस्टम को एक ही ट्रैक पर क्यों चलाया जा रहा है?
मंत्रालय की आपत्तियों के बाद रूट को दिल्ली से जोड़ने का निर्णय लिया गया ताकि एयरपोर्ट को राजधानी से सीधी और तेज संपर्क सुविधा मिल सके।
पहला प्रस्ताव — एक ही ट्रैक पर मेट्रो और नमो भारत
पुरानी डीपीआर में प्लान था कि:
- 11 स्टेशन मेट्रो के,
- 11 स्टेशन RRTS (नमो भारत) के बनाए जाएंगे।
- एयरपोर्ट से सिद्धार्थ विहार तक 72.2 किमी एलिवेटेड ट्रैक बनना था।
- निर्माण दो चरणों में होना था—
- सिद्धार्थ विहार से ग्रेटर नोएडा ईकोटेक-6
- ईकोटेक-6 से एयरपोर्ट तक
लेकिन इससे सबसे बड़ी समस्या थी — दिल्ली से सीधी कनेक्टिविटी नहीं बन रही थी, जो इस प्रॉजेक्ट की मुख्य आवश्यकता है।
हाई लेवल मीटिंग का निष्कर्ष
अफसरों ने माना कि गाजियाबाद से कॉरिडोर बनाने पर दिल्ली से एयरपोर्ट की सीधी पहुँच नहीं मिल पाएगी।
इसलिए बैठक के बाद सर्वसम्मति से निर्णय हुआ कि सराय काले खां से नया कॉरिडोर बनाया जाए।
यमुना अथॉरिटी के एसीईओ शैलेंद्र भाटिया ने इसकी पुष्टि की।
यह होगा नया प्रस्तावित रूट
नई योजना के अनुसार RRTS कॉरिडोर इस रूट से होकर जाएगा:
सराय काले खां → DND → नोएडा सिटी सेंटर → नोएडा फेज-2 → सूरजपुर → परी चौक → नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
यह रूट दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र को हाई-स्पीड कॉरिडोर से जोड़ेगा।
निष्कर्ष
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को बेहतर और तेज बनाने के लिए सरकार ने बड़ा बदलाव करते हुए रूट को दिल्ली की ओर मोड़ दिया है।
नई योजना यात्रियों को दिल्ली के दिल से सीधे एयरपोर्ट तक तेज, आधुनिक और हाई-कैपेसिटी कनेक्टिविटी देगी, जिससे यह प्रॉजेक्ट और अधिक प्रभावी और उपयोगी बन जाएगा।