
नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को संसद में प्रधानमंत्री के कक्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से महत्वपूर्ण बैठक की। यह मुलाकात मुख्य सूचना आयुक्त (CIC) और केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) में सतर्कता आयुक्त के चयन के लिए आयोजित की गई।
बैठक में केंद्रीय सूचना आयोग में खाली चल रहे आठ पदों पर नियुक्ति और आगामी अधिकारियों के चयन पर चर्चा हुई। सरकार ने पहले ही सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया था कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति बुधवार को शीर्ष पदों के लिए अधिकारियों का चयन करेगी।
बैठक का महत्व
सूचना के अधिकार (RTI) अधिनियम के तहत प्रधानमंत्री इस चयन समिति के अध्यक्ष होते हैं। समिति में विपक्ष के नेता और प्रधानमंत्री की ओर से नामित केंद्रीय मंत्री भी शामिल होते हैं। यह समिति मुख्य सूचना आयुक्त और अन्य सूचना आयुक्तों के नामों का चयन करती है और उनकी नियुक्ति के लिए सिफारिश करती है।
सीआईसी में एक मुख्य सूचना आयुक्त और दस सूचना आयुक्त होते हैं। ये अधिकारी RTI आवेदकों की शिकायतों और अपीलों पर निर्णय लेते हैं जब वे सरकारी अधिकारियों के जवाब से संतुष्ट नहीं होते। राहुल गांधी की इस बैठक में शामिल होना विपक्ष को महत्वपूर्ण नियुक्तियों में शामिल करने के सरकार के प्रयास को दर्शाता है।
रिक्त पदों का दबाव
मुख्य सूचना आयुक्त का पद 13 सितंबर से खाली है। इसके चलते RTI आवेदकों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। वर्तमान में केंद्रीय सूचना आयोग में 30,838 मामले लंबित हैं, जिससे आयोग पर काम का भारी दबाव देखा जा सकता है।
बैठक में क्या अंतिम निर्णय लिया गया, इसकी डिटेल अभी सार्वजनिक नहीं हुई है, लेकिन यह मुलाकात आयोग और CVC में महत्वपूर्ण पदों के चयन के लिए निर्णायक मानी जा रही है।