
नई दिल्ली/मॉस्को: रूस में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का जासूसी नेटवर्क पकड़ा गया है, जो एयर डिफेंस सिस्टम चोरी करके तस्करी करने की फिराक में था। यह खुलासा ऑपरेशन सिंदूर के कुछ महीनों बाद हुआ है। रूसी अधिकारियों ने सेंट पीटर्सबर्ग में एक नागरिक को गिरफ्तार किया है, जो संवेदनशील मिलिट्री दस्तावेजों को विदेश भेजने की कोशिश कर रहा था।
🔹 आईएसआई की चोरी पर रूस की कार्रवाई
रिपोर्ट्स के अनुसार, मुनीर के नेतृत्व में आईएसआई ने रूस में बनी मिसाइल एयर डिफेंस सिस्टम और हेलीकॉप्टरों की तकनीक चुराने का प्रयास किया। इसमें Mi8AMTShV और MI8 AMTShV (VA) ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टरों से जुड़े दस्तावेज शामिल थे। इस कार्रवाई का मकसद भारत के खिलाफ भविष्य में सैन्य चुनौती खड़ी करना था।
🔹 ऑपरेशन सिंदूर और एस-400 सिस्टम
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने रूस से प्राप्त S-400 एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी ठिकानों को तबाह किया था। आईएसआई की चोरी की कोशिश इसी सिस्टम की तकनीक पर केंद्रित थी। भारत अब पांच अतिरिक्त S-400 सिस्टम खरीदने की तैयारी कर रहा है, ताकि अपनी सीमाओं की सुरक्षा और सुदृढ़ हो सके।
🔹 रूस की नज़र पाकिस्तान पर
रूस ने इस जासूसी नेटवर्क के खुलासे के बाद स्पष्ट कर दिया कि वह पाकिस्तान की नापाक हरकतों पर बारीकी से नजर रख रहा है। इससे पहले रूस ने पाकिस्तान में रूसी दूतावास के माध्यम से ‘फ्रंटियर पोस्ट’ अखबार की जबरदस्त खिंचाई की थी, जो कथित तौर पर रूस-विरोधी और भारत के पक्ष में सामग्री प्रकाशित कर रहा था।
🔹 मिलिट्री हेलीकॉप्टरों की सुरक्षा
Mi8AMTShV (टर्मिनेटर) और MI8 AMTShV (VA) हेलीकॉप्टर विशेष आर्कटिक और लंबी दूरी की उड़ानों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इनकी तकनीक में यूनिक हीटिंग सिस्टम, बेहतर इंसुलेशन और बड़े फ्यूल टैंक शामिल हैं। आईएसआई की इस चोरी की कोशिश से साफ है कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ तकनीकी खुफिया साजिश में लगा हुआ था।
सार: रूस ने पाकिस्तानी आईएसआई की भारत विरोधी साजिश को नाकाम कर दिया है। मुनीर के नेतृत्व में यह जासूसी नेटवर्क sensitive तकनीक चुराकर तस्करी करने की कोशिश कर रहा था। रूस और भारत की सुरक्षा साझेदारी इस मामले में और मजबूत हुई है।