
बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की हवाई यात्राओं पर पिछले तीन साल में लगभग 47 करोड़ रुपये खर्च होने की जानकारी सामने आई है। इस खुलासे पर बीजेपी नेता सीटी रवि ने सवाल उठाते हुए कहा कि सिद्धारमैया अब समाजवादी नहीं, बल्कि ‘मजावादी’ बन गए हैं।
बीजेपी नेता ने कहा कि खराब सड़क हालात के कारण मुख्यमंत्री सड़कों से बच रहे हैं, लेकिन यह खर्च राज्य के लोगों पर भारी पड़ रहा है। रवि ने कहा, “समाजवादी से मजावादी बन गए हैं, आम जनता की गरीबी और जरूरत के बीच यह खर्च क्यों?”
सिद्धारमैया के पक्ष में प्रतिक्रिया
सिद्धारमैया के आर्थिक सलाहकार और कांग्रेस विधायक बसवराज राय रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री 79 वर्ष के हैं और यह खर्च केवल ऑफिशियल टूर के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा खर्च किए गए हजारों करोड़ रुपये के सामने यह राशि मामूली है।
खुलासा: खर्च का विवरण
बीजेपी एमएलसी एन. रवि कुमार के सवाल के लिखित जवाब में पता चला कि:
- 2023-24 वित्तीय वर्ष: चार्टर्ड फ्लाइट्स और हेलीकॉप्टर यात्रा पर 12.23 करोड़ रुपये खर्च।
- 2024-25 वित्तीय वर्ष: खर्च बढ़कर 21.11 करोड़ रुपये।
- अक्टूबर 2025 से नवंबर 2025: चार्टर्ड सर्विस पर अतिरिक्त 14.03 करोड़ रुपये खर्च।
इस दौरान मुख्यमंत्री की यात्राओं में बेंगलुरु, मैसूर, हुबली, बेलगावी, कलबुर्गी सहित कई जिलों के अलावा उडुपी, चित्रदुर्ग, हावेरी, बीदर, चेन्नई और हैदराबाद जैसी मेट्रोपॉलिटन जगहें भी शामिल थीं।
बीजेपी ने इस खर्च को लेकर सवाल उठाए हैं, जबकि कांग्रेस का कहना है कि यह सभी यात्राएं आधिकारिक कार्यों और राज्य संचालन के लिए आवश्यक थीं।