
जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप 2025 में भारतीय जूनियर हॉकी टीम ने चेन्नई में क्वार्टर फाइनल मुकाबले में बेल्जियम को रोमांचक पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराकर सेमीफाइनल का टिकट कटा लिया। इस जीत के साथ भारत 2016 के लखनऊ फाइनल की यादें ताजा हो गई हैं, जब टीम ने बेल्जियम को हराकर ट्रॉफी जीती थी।
मजबूत चुनौती का सामना
क्वार्टर फाइनल में भारत ने बेल्जियम के खिलाफ पहला गोल 13वें मिनट में गंवा दिया। पहले हाफ में 7 बार सर्किल में घुसने और दो पेनल्टी कॉर्नर लेने के बावजूद भारत गोल नहीं कर सका। दूसरे हाफ में मेंटॉर पीआर श्रीजेश की रणनीति ने खेल का रुख बदला। तीसरे क्वार्टर की शुरुआत से महज 17 सेकंड पहले कप्तान रोहित ने पेनल्टी कॉर्नर से स्कोर बराबर किया।
अंतिम चार मिनट में रोमांचक टक्कर
48वें मिनट में भारत ने एक और पेनल्टी कॉर्नर से बढ़त बनाई, लेकिन बेल्जियम के कोच ने गोलकीपर को हटा कर अतिरिक्त खिलाड़ी मैदान में उतारा। इसका असर दिखा और मैच 2-2 पर समाप्त हुआ।
शूटआउट के हीरो
पेनल्टी शूटआउट में भारत ने 4-3 से जीत दर्ज की। गोलकीपर प्रिंस दीप सिंह और शारदा नंद तिवारी टीम के हीरो बने। तिवारी ने तीन शानदार पेनल्टी स्ट्रोक गोल किए, जबकि प्रिंस दीप ने बेल्जियम के दो महत्वपूर्ण शॉट बचाए।
सेमीफाइनल की चुनौती – जर्मनी
भारत अब सेमीफाइनल में पिछली विजेता जर्मनी से भिड़ेगा। टीम की मौजूदा फॉर्म और आत्मविश्वास को देखते हुए जर्मनी के खिलाफ जीत के लिए भारत की संभावना मजबूत मानी जा रही है।
इतिहास की झलक
भारत जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप के फाइनल तक दो बार पहुंचा है – 2001 में ऑस्ट्रेलिया में अर्जेंटीना को हराकर और 2016 में लखनऊ में बेल्जियम को हराकर। अब 9 साल बाद चेन्नई में टीम फिर से इतिहास रचने को तैयार है।