
गुवाहाटी: साउथ अफ्रीका के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया मुश्किल दौर से गुजर रही है। पहला टेस्ट हारने के बाद अब दूसरा मुकाबला ‘करो या मरो’ की स्थिति में पहुंच गया है। इस बीच भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर गुवाहाटी स्थित मां कामाख्या मंदिर पहुंचे और आगामी मैच के लिए आशीर्वाद लिया।
मां कामाख्या की शरण में गंभीर
गौतम गंभीर की मां कामाख्या में गहरी आस्था है। भारत-साउथ अफ्रीका सीरीज के दूसरे टेस्ट से ठीक पहले उन्होंने नीलांचल पहाड़ी पर स्थित इस प्रसिद्ध शक्तिपीठ में पूजा-अर्चना की। माना जाता है कि यहां देवी की मूर्ति नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक कुंड में देवी की योनि रूपी शक्ति का पूजन किया जाता है। यह मंदिर तंत्र साधना के लिए भी विश्व प्रसिद्ध है।
इंग्लैंड दौरे और आईपीएल के दौरान भी पहुंचे थे गंभीर
यह पहली बार नहीं है जब गंभीर किसी बड़ी क्रिकेट चुनौती से पहले मां कामाख्या पहुंचे हों।
- इंग्लैंड टेस्ट सीरीज (2025) से पहले भी उन्होंने कामाख्या मंदिर में दर्शन किए थे और टीम इंडिया ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था।
- आईपीएल 2024 में भी केकेआर और राजस्थान रॉयल्स का मुकाबला गुवाहाटी में होने से पहले गंभीर ने यहां पूजा की थी—और बाद में केकेआर ने खिताब अपने नाम किया।
दूसरा टेस्ट जीतना अनिवार्य
भारत को सीरीज में बने रहने के लिए दूसरा टेस्ट जीतना ही होगा।
- कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए पहले टेस्ट में भारत ने जीत के लिए मिले 124 रन के लक्ष्य को भी हासिल नहीं किया और टीम केवल 93 रन पर ढेर हो गई।
- पिछले साल भारत न्यूजीलैंड से घरेलू टेस्ट सीरीज भी 0-3 से हार चुका है। उस समय भी कोच गंभीर ही थे, ऐसे में इस बार दबाव और भी ज्यादा है।
22 नवंबर से गुवाहाटी में दूसरा मुकाबला
अब टीम इंडिया को सीरीज बचाने के लिए गुवाहाटी में होने वाले दूसरे टेस्ट में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। वहीं, गंभीर का पूजा-पाठ कर टीम के बेहतर प्रदर्शन की कामना करना यह दर्शाता है कि मुकाबले को लेकर टीम मैनेजमेंट कितना गंभीर है।